पश्चिम चंपारण के मुबारक अपहरण में मुख्य आरोपित मुंबई से गिरफ्तार, इस तरह पुलिस की जाल में फंसा
टीम उसे लेकर बगहा के लिए रवाना हो चुकी है। गिरफ्तार रियासुद्दीन उर्फ बूढ़ा के मोबाइल से ही मांगी गई थी 20 लाख रुपये की फिरौती। 14 अक्टूबर को हुआ था अपहरण 20 को एसआइटी ने पडरौना से बालक को कराया था मुक्त।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में बिहार एवं मुबंई पुलिस के बीच काफी तल्खी दिखी थी। लेकिन, पश्चिम चंपारण से अपहृत एक बालक के आरोपितों की गिरफ्तारी में मुंबई पुलिस ने पूरा सहयोग किया। इस मामले में चौथे व मुख्य आरोपी को मुंबई पुलिस के सहयोग से यहां से गई एसआइटी ने गुरुवार को गिरफ्तार लिया। टीम उसे लेकर बगहा के लिए रवाना हो चुकी है।
धनहा थाना क्षेत्र के कठार गांव निवासी राजा अहमद के सात वर्षीय पुत्र मुबारक अंसारी का अपहरण 14 अक्टूबर को हो गया था। बालक के दादा अमीन मियां ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। 19 अक्टूबर को अज्ञात नंबर से फोन आया और 20 लाख रुपये फिरौती मांगी गई। रकम नहीं देने पर बालक की हत्या की धमकी दी गई थी। बदमाशों ने 20 अक्टूबर की सुबह फिरौती की रकम यूपी के तमकुहीराज में अकेले लेकर आने को कहा था। बगहा एसपी किरण कुमार गोरख जाधव ने मामले को गंभीरता से लिया। एसडीपीओ कैलाश प्रसाद के नेतृत्व में एसआइटी गठित की। टीम ने कठार गांव निवासी खान मोहम्मद को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो जानकारी मिली कि उसके ऊपर बहुत कर्ज है। उसे चुकाने के लिए ही बालक का अपहरण कर अपने रिश्तेदार पडरौना के मुसलिम अंसारी के घर पहुंचा दिया है।
टीम ने कुशीनगर जिले के पडरौना से 20 अक्टूबर को बालक को मुक्त करा लिया था। साथ ही मौके से अलाउद्दीन मियां व मुस्लिम अंसारी को गिरफ्तार किया था। दोनों से पूछताछ में पता चला कि फिरौती की रकम मुंबई के कांदीवली में रह रहे बूढ़ा अंसारी उर्फ रियासुद्दीन के मोबाइल से फोन कर मांगी गई थी। पूरे मामले में वही सरगना है। इसके बाद एसआइटी मुंबई गई। वहां की पुलिस के सहयोग से मुख्य आरोपित रियासुद्दीन उर्फ बूढ़ा को गिरफ्तार कर लिया। टीम उसे लेकर बगहा के लिए रवाना हो गई है।