सीबीआई की टीम ने शुरू की मोतिहारी बाल गृह व अल्पावास गृहकांड की जांच
डीएसपी के नेतृत्व में पहुंची चार सदस्यीय टीम ने प्रारंभ की जांच, टिस की रिपोर्ट के बाद सरकारी निर्देश के आलोक में 2 जून 2018 को छतौनी थाने में दर्ज हुई थी प्राथमिकी।
मोतिहारी, जेएनएन। पूर्वी चंपारण के छतौनी थानाक्षेत्र के बड़ा बरियारपुर मोहल्ला में निर्देश द्वारा संचालित बाल गृह में बच्चों के साथ हुए अनैतिक व्यवहार व तुरकौलिया के रघुनाथपुर ओपी स्थित महिला अल्पावास गृह में हुई घटना को लेकर दर्ज मामले की जांच करने शनिवार को सीबीआई की टीम मोतिहारी पहुंची। इस दौरान टीम दोनों थानों में गई। मामलों की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों से आवश्यक जानकारी लेने के बाद टीम के अधिकारियों ने प्राथमिकी व जब्ती सूची से जुड़े कागजात लिए।
सीबीआई के पुलिस उपाधीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में पहुंची चार सदस्सीय टीम ने छतौनी थाना में काफी देर तक जांचकर्ता से पूछताछ जानकारी ली। बताया गया है कि मामला पुलिस ने सीबीआई को सौंपा था। इस मामले में सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज कर अपने स्तर से अनुसंधान प्रारंभ कर दिया है।
पहले पुलिस ने सौंपे थे मामले से जुड़े कागजात
याद रहे कि इस मामले से जुड़े सभी कागजात पिछले दिनों छतौनी थाना के पुलिस निरीक्षक विजय कुमार यादव ने पटना सीबीआई को सौंप दिया था। पिछले साल टिस की टीम की रिपोर्ट के बाद समाज कल्याण विभाग के निदेशक ने पत्र भेज स्थानीय अधिकारियों को कानूनी कार्रवाई करने को कहा था। इसके बाद जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने छतौनी थाना में 2 जून 2018 को कांड संख्या 139/18 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
पुलिस ने जांच के बाद संस्था के एक-एक कर्मी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। फिर न्यायालय के आदेश पर 20 बच्चों में 17 बच्चों का बयान न्यायालय में कराया गया था। वहीं रघुनाथपुर ओपी में भी बाल विकास परियोजना की डीपीओ प्रतिभा कुमारी गिरि ने कांड संख्या 499/18 दर्ज कराते हुए कहा था कि रघुनाथपुर महिला अल्पावास गृह में रह रहीं महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता था। इन दोनों मामले की जांच अब सीबीआई ने शुरू की है।