मुजफ्फरपुर के चर्चित नवरुणा कांड में सीबीआइ को सदेह उपस्थित होने का आदेश
इस बारे में अधिवक्ता शरद कुमार सिन्हा ने सीबीआइ की तरफ से दाखिल प्रतिउत्तर पर बहस करते हुए कहा कि जांच के दौरान सीबीआइ ने सुप्रीम कोर्ट में चार सील बंद लिफाफे में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की थी मगर सीबीआइ पीडि़त पक्ष को अवगत नहीं करा रही।
मुजफ्फरपुर, जासं। शहर की चर्चित नवरूणा कांड में शुक्रवार को सीबीआइ के विशेष कोर्ट में सीबीआइ को सदेह हाजिर होने का आदेश दिया है। साथ ही मामले में अगली सुनवाई के लिए 11 फरवरी की तिथि निर्धारित किया है। नवरूणा के स्वजन के अधिवक्ता शरद कुमार सिन्हा ने सीबीआइ की तरफ से दाखिल प्रतिउत्तर पर बहस करते हुए कहा कि जांच के दौरान सीबीआइ ने सुप्रीम कोर्ट में चार सील बंद लिफाफे में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की थी। हालांकि बाद में सभी रिपोर्ट सीबीआइ को लौटा दिया गया था, मगर सीबीआइ उक्त रिपोर्ट से पीडि़त पक्ष को अवगत नहीं करा रही है। इसलिए उक्त चारों रिपोर्ट देखने के बाद ही सीबीआइ की ओर से दाखिल किए गए फाइनल रिपोर्ट पर जवाब दिया जाएगा।
बता दें कि 17 सितंबर 2012 की रात नगर थाना क्षेत्र के जवाहरलाल रोड स्थित अतुल्य चक्रवर्ती के घर की खिड़की का रड तोड़कर उनकी बेटी नवरूणा का अपहरण कर लिया गया था। घटना के करीब ढाई महीने बाद घर के समीप नाले से एक मानव कंकाल मिला था। डीएनए जांच में पता चला कि वह कंकाल नवरूणा का था। इन सभी के बीच मामले में जिला पुलिस व सीआइडी की विफलता के बाद सीबीआइ को जांच सौंपी गई थी, मगर सीबीआइ भी आरोपितों तक नहीं पहुंच पाई। इसके कारण स्वजनों को अब तक इंसाफ नहीं मिल सका है।
थाना परिसर से आरोपितों को ले जा रहे पुलिस वाहन को रोका, बवाल
गायघाट (मुजफ्फरपुर), संस: थाना परिसर से आरोपितों को लेकर जा रहे पुलिस वाहन को रोक आरोपितों के स्वजनों ने जमकर बवाल काटा। जानकारी के मुताबिक गुरुवार की शाम मैठी डोंबा चौक एवं बखरी चौक पर पुलिस ने अवैध शराब के विरुद्ध छापेमारी कर 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। शुक्रवार को जेल भेजने के दौरान उनके स्वजनों ने कैदी वाहन को थाने में ही रोक दिया। उनका आरोप था कि अधिकतर लोगों को बेकसूर शराब पीने की जुर्म में गिरफ्तार किया गया है।
मौके पर मौजूद थाने के पुलिस पदाधिकारियों ने आक्रोशित महिलाओं को समझा बुझाकर शांत किया। बखरी गांव के रामप्रीत चौधरी, कासिम अंसारी, मोहम्मद तसलीम, उदय कुमार, मैठी गांव के राजा कुमार चौधरी, परवेज आलम, सूरज कुमार, विजय चौधरी, पकड़ी गांव के संजीव शुक्ला, गोबरसही के मिथिलेश साहनी, दरभंगा जिले के आजमनगर थाना विश्वविद्यालय के राजा महतो को गिरफ्तार किया था। गजा महतो की पत्नी रुना देवी व कासिम अंसारी की पत्नी ने कैदी वाहन के आगे बैठकर बेगुनाह को गिरफ्तार करने का विरोध किया।