Rajdev Ranjan massacre: सातवीं तारीख को हाजिर हुए सीबीआइ अधिकारी, जानें- सुनवाई में क्या हुआ?
जिम्मेदारी मिलने के बाद सीबीआइ पटना की ओर से पहली बार उपस्थित हुए अधिकारी। साक्ष्य पेश करने के लिए 15 दिनों का समय देने की कोर्ट से की प्रार्थना कोर्ट ने छह दिनों का दिया समय।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में एडीजे-छह राधेश्याम शुक्ल के विशेष कोर्ट के समक्ष लगातार छह तारीखों से अनुपस्थित चल रहे सीबीआइ अधिकारी गुरुवार को उपस्थित हुए। कोर्ट के समक्ष उपस्थित हुए सीबीआइ पटना के इंस्पेक्टर राजेश सिंह ने एक अर्जी दाखिल की। इसमें उन्होंने साक्ष्य पेश करने के लिए 15 दिनों की समय देने की प्रार्थना की थी। इसकी सुनवाई के बाद विशेष कोर्ट ने छह दिनों की अवधि स्वीकार की। अगली सुनवाई के लिए 18 दिसंबर मुकर्रर की।
तिहाड़ जेल में बंद पूर्व सांसद शहाबुद्दीन व भागलपुर जेल में बंद अजहरूद्दीन बेग उर्फ लड्डन मियां की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी कराई गई है। वहीं, मुजफ्फरपुर जेल में बंद छह अन्य आरोपितों को विशेष कोर्ट के समक्ष उपस्थित कराया गया।
रुक गई थी साक्ष्य पेश करने की प्रक्रिया
सीबीआइ के अधिकारी व विशेष लोक अभियोजक के नहीं पहुंचने से विशेष कोर्ट में साक्ष्य की प्रक्रिया रुक गई थी। पिछले दिनों सीबीआइ मुख्यालय ने पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में अभियोजन साक्ष्य पेश करने की जिम्मेदारी पटना टीम को सौंपी थी। इससे पहले दिल्ली की टीम साक्ष्य पेश कर रही थी।
वह नियमित तौर पर विशेष कोर्ट के समक्ष उपस्थित हो रही थी। अब तक दस से अधिक गवाह व अन्य साक्ष्य पेश किए थे। पटना की टीम को जिम्मेदारी मिलने के बाद पहली बार सीबीआइ के अधिकारी कोर्ट के समक्ष पेश हुए।