मुजफ्फरपुर में अब कैंसर रोगियों का होगा इलाज, खुलेगा कैंसर डे केयर सेंटर
जिले में ही कैंसर पीडि़तों को मिलेगी इलाज की सुविधा, पांच बेड की रहेगी व्यवस्था, मरीजों को आउटडोर सुविधा!
मुजफ्फरपुर ( जेएनएन ) । मुजफ्फरपुर में अब कैंसर रोगियों का इलाज किया जाएगा। पहले चरण में सदर अस्पताल में आउटडोर की सुविधा मिलेगी। इसके लिए वहां जगह का चयन किया गया है। मरीजों के लिए डे केयर सेंटर होगा, जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में उनकी देखभाल की जाएगा। टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल (टीएमसीएच) के चिकित्सकों की टीम के निरीक्षण के बाद आउटडोर खोलने की कवायद शुरू है।
सदर अस्पताल प्रबंधन की कोशिश है कि एक माह के अंदर आउटडोर की तैयारी कर टीएमसीएच को दे दी जाए, ताकि मरीजों का जल्द इलाज शुरू हो सके।
जानकारी के अनुसार कैंसर डे केयर सेंटर तत्काल पांच बेड का होगा। यहां चिकित्सकों की देखरेख में मरीज रहेंगे। श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में टीएमसीएच यूनिट स्थापित होने के बाद वहां मरीज भर्ती होने लगेंगे। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एनके चौधरी ने बताया कि टीम ने उनके यहां निरीक्षण कर आउटडोर सेवा शुरू करने की पहल की है।
इसके लिए जगह का चयन कर शीघ्र रिपोर्ट सीएस, डीएम सहित संबंधित टीम को दी जाएगी। मालूम हो कि बिहार में कैंसर जैसे रोग के इलाज के लिए पटना के महावीर कैंसर संस्थान को छोड़कर दूसरा कोई बड़ा अस्पताल नहीं है। इससे मरीज मुंबई व अन्य जगह इलाज कराने के लिए जाने को मजबूर होते हैं।
एसकेएमसीएच परिसर में अस्पताल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एसकेएमसीएच परिसर में अस्पताल का निर्माण किया जाएगा।
इसके लिए परिसर में 15 एकड़ भूमि उपलब्ध करा दी गई है। केंद्र सरकार को बिहार सरकार ने जमीन उपलब्ध कराई है। वहां टाटा मेमोरियल अस्पताल यूनिट का निर्माण होगा। कैंसर अस्पताल 200 करोड़ की लागत से बनेगा और इसमें 125 बेड होंगे। निर्माण के लिए तीन साल का टारगेट लिया गया है। शुक्रवार को टीएमसीएच, मुंबई से डॉ अविनाश पांडेय के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम पहुंची थी।
टीम के सदस्यों ने प्राचार्य डॉ. विकास कुमार के साथ चयनित स्थल का जायजा लिया। इस बावत जिलाधिकारी मो. सोहैल ने बताया कि टीएमसीएच के सदस्यों के साथ बैठक हुई है। अस्पताल के लिए 15 एकड़ भूमि उपलब्ध करा दी गई है। इसमें कीमोथैरेपी से लेकर ऑपरेशन तक की हर अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इससे मुजफ्फरपुर के साथ आसपास के जिले के मरीजों को लाभ मिलेगा।