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'स्वदेशी गाइड' के सहारे देसी उत्पादों के आंदोलन को आगे बढ़ाने की मुहिम

राजस्थान में पढऩे वाले मुजफ्फरपुर के इंजीनियरिंग के छात्र ने दो दोस्तों के साथ बनाया मोबाइल एप। देसी उत्पादों की जानकारी देने के साथ खरीदने के लिए प्लेटफॉर्म भी उपलब्ध कराएगा एप।

By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 12:25 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 12:25 PM (IST)
'स्वदेशी गाइड' के सहारे देसी उत्पादों के आंदोलन को आगे बढ़ाने की मुहिम
'स्वदेशी गाइड' के सहारे देसी उत्पादों के आंदोलन को आगे बढ़ाने की मुहिम

मुजफ्फरपुर,[नीरज कुमार]। प्रधानमंत्री ने लोकल उत्पादों की जबरदस्त पैरवी की थी। इसे दिल से लिया इंजीनियङ्क्षरग के एक छात्र उज्जवल सिन्हा ने और दोस्तों की मदद से बनाया 'स्वदेशी गाइड' नामक एप। इसमें तमाम भारतीय सामग्री की जानकारी है। प्ले स्टोर पर मौजूद इस एप को पांच हजार से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है।

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बीटेक की पढ़ाई कर रहे

शहर के ब्रह्मपुरा के राहुल नगर निवासी उमेश कुमार के पुत्र 22 वर्षीय उज्जवल कुमार सिन्हा राजस्थान के जयपुर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई कर रहे। ये अंतिम वर्ष के छात्र हैं। होली में घर आए और वापस नहीं जा सके। समय का सदुपयोग करते हुए उज्ज्वल ने जयपुर निवासी कॉलेज के दो दोस्तों अर्जुन राठौर और विजय की मदद से इस एप को विकसित किया। लोग इस एप को पसंद कर रहे हैं। उज्जवल ने बताया कि वर्तमान में ई-कॉमर्स वेबसाइट पर सभी प्रकार के सामान की लिस्ट देखने को मिल जाती है। लेकिन, यह एक ऐसा एप है जो आपको स्वदेशी उत्पादों की जानकारी देने के खरीदने के लिए प्लेटफॉर्म भी उपलब्ध कराएगा।

एप बनाने में लगे 25 दिन

उज्जवल ने अपने कॉलेज के दो दोस्तों अर्जुन और विजय के साथ मिलकर टीम बनाई और 25 दिन की मेहनत से एप बनाया। पहला वर्जन बनाने में 10 दिन लगे थे। उसके 15 दिन बाद इसे अपडेट किया। 1800 रुपये खर्च कर प्ले स्टोर पर अपलोड किया। डेटा सेव करने के लिए 600 रुपये प्रतिमाह खर्च कर रहे हैं। इस एप में उन उत्पादों को सूचीबद्ध किया है, जिनका निर्माण भारत में होता है। यह भी जानकारी मिलेगी कि भारतीय उत्पाद किस तरह विदेशी उत्पादों से बेहतर है। इस एप से देसी उत्पादों को तलाशना आसान है। एफएमसीजी, परिधान, इलेट्रॉनिक्स समेत तमाम भारतीय उत्पाद की जानकारी भी इसमें दी गई है।

नेशनल डिग्री कॉलेज रामबाग, पूर्णिया से सेवानिवृत्त वाणिज्य के प्राध्यापक डॉ. राज कुमार सिंह कहते हैं कि यह एप आने वाले समय में ग्राहकों, दुकानदारों और उद्यमियों के लिए काफी फायदेमंद होगा। इससे स्वदेशी अपनाने के अभियान को गति मिलेगी। 


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