वैशाली के प्राचीन अवशेषों को देख रोमांचित हुए कैडेट्स
32 बिहार बटालियन एनसीसी के कैडेट्स प्रशिक्षकों एवं अधिकारियों ने रविवार को वैशाली के एतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया।
मुजफ्फरपुर। 32 बिहार बटालियन एनसीसी के कैडेट्स, प्रशिक्षकों एवं अधिकारियों ने रविवार को वैशाली के एतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया। साथ में सेना भर्ती कार्यालय के सदस्य भी थे। वैशाली की एतिहासिक विरासत एवं प्राचीन अवशेषों को देख सभी रोमांचित हुए। विक्रमादित्य चतुर्भुज मंदिर, बुद्ध स्तूप, भगवान महावीर की जन्मभूमि का भ्रमण कर नमन किया। कोल्हुआ स्थित अशोक स्तंभ एवं प्राचीन अवशेषों को देखा। लेफ्टिनेंट कर्नल मनमोहन ठाकुर ने कहा कि युवा वर्ग को अपने एतिहासिक विरासत को देखना और पूरे विश्व में फैलाना अत्यंत जरूरी है। भ्रमण में संत महावीर उच्च विद्यालय के एनसीसी कैडेट सौरभ, उत्तम, अनिकेत, रोशन, सन्नी राजा, रंजन, आदित्य एवं मोहित कुमार ने मिलकर अधिकारियों और प्रशिक्षकों की अगुवाई की और उन्हें सभी जगहों के बारे में विस्तार से बताया। भ्रमण में कर्नल बॉबी जसरोटिया, सूबेदार मेजर खुम बहादुर, सूबेदार मन बहादुर, एस के मिश्रा, गुरबेज, लालदेव, हवलदार जय बहादुर, दिल बहादुर, संत जन थापा आदि शामिल रहे। मनुष्य अपने जीवन के उद्देश्य को भूल गया सदगुरु सत्य कबीर वचनवंशीय पथ के तत्वावधान में गोबरसही में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें तारा देवी को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए महात्मा दर्शन साहब ने कहा कि मनुष्य अपने जीवन के वास्तविक उद्देश्य को भूल गया है। इसके चलते ही कष्ट और दुख झेलना पड़ रहा है। सत्येंद्र कुमार सत्येन समेत मौजूद लोगों ने कहा कि तारा देवी कर्मठ समाजसेविका थीं। वह लगातार संघर्ष करती रहीं। मौके पर जयमंगल राम, मनोज कुमार यादव, प्रमानंद दास, मिथलेश देवी, खुशबू कुमारी, मीनू कुमारी, नेहा प्रिया व प्रो. केके सुमन आदि मौजूद थे।