Muzaffarpur Lockdown: सिस्टम खामोश, बिना रोक-टोक राज्य व जिलों की सीमाएं लांघ चल रहीं दिल्ली की बसें
Muzaffarpur Lockdown लॉकडाउन के आदेश की उड़ रहीं धज्जियां ओवरलोड बसों का हो रहा परिचालन। उठने लगे सवाल राज्यों एवं जिलों की सीमाओं पर रुपये के खेल में नहीं हो रही कार्रवाई।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लॉकडाउन में बस सेवा को बंद किया गया है। संक्रमण की संभावना के मद्देनजर अंतरराज्य एवं अंतर जिला की बसों का परिचालन बंद करने का आदेश दिया गया है। शासन-प्रशासन के इस आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए दिल्ली से बसों का आना-जाना जारी है। इन बस संचालकों को किसी का डर नहीं। प्रतिदिन दर्जनभर से अधिक बसें दिल्ली से बैरिया पहुंच रही हैं और यहां से दिल्ली जा रही हैं। विडंबना ये है कि मुजफ्फरपुर पहुुंचने से पहले ये बसें कई राज्यों व जिलों की सीमा से गुजरती हैं। सीमाओं पर जांच के नाम पर रुपये का खेल चल रहा है। नतीजा ये बसें धड़ल्ले से चल रही हैं।
रसूख व रुपये के दम पर मिल रहा प्रवेश
दिल्ली के बस संचालकों के रसूख व रुपये के खेल के दम पर लॉकडाउन में रोक के बाद भी इन बसों का परिचालन धड़ल्ले से हो रहा है। जानकारों का कहना है कि पुलिस एवं परिवहन विभाग कई कारणों से इन पर कार्रवाई नहीं करता। इन बस संचालकों को कई नेताओं व वरीय अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त होता है। जो इनके लिए कवच हैं।
सिंगल स्लीपर में जबरन बैठा रहे तीन यात्री, वसूल रहे 2200 किराया
दिल्ली की बसें सिर्फ लाकडाउन के आदेश का ही उल्लंघन नहीं कर रही। इनमें ओवरलोड कानून की भी धज्जियां उड़ रही हैं। यात्रियों का शोषण किया जा रहा है। सिंगल स्लीपर में जबरदस्ती तीन यात्रियों को बैठाया जा रहा है। हर एक से 2200 से 2500 किराया लिया जा रहा है। ट्रेन में टिकट नहीं मिलने से निराश लोग विवश होकर शोषण का शिकार हो रहे हैं।
दिल्ली की बसों पर कार्रवाई नहीं होने से कई ट्रांसपोटर्स आक्रोशित
लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए अधिकतर बस संचालकों ने बसों का परिचालन बंद कर दिया है। प्रथम लॉकडाउन से ही बसों के परिचालन पर काफी असर पड़ा। इससे परिवहन व्यवसाय चौपट हो गया। कई ट्रांसपोटर्स की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई। इसके बाद भी अधिकतर लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। ऐसे में दिल्ली की बसों के धड़ल्ले से परिचालन पर ट्रांसपोटरों में सिस्टम के खिलाफ आक्रोश है। बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह ने कहा कि कई ट्रांसपोटरों की आर्थिक स्थिति इतनी दयनीय हो गई है कि शायद अब वे इस व्यवसाय को ही बंद कर दें। ऐसे में जब अधिकतर ट्रांसपोटर्स लॉकडाउन के आदेश का पालन कर बसों का परिचालन नहीं कर रहे तो फिर दिल्ली की बसों का परिचालन कैसे हो रहा है। तुरंत इनका परिचालन बंद होना चाहिए।
ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के पत्र पर बसों के जांच के आदेश
दिल्ली की बसों के परिचालन के खिलाफ बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है। प्रदेश अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह ने कहा कि दिल्ली की बसों से संक्रमण का खतरा है। लॉकडाउन का उल्लंघन कर इन बसों के परिचालन से संक्रमण तेजी से फैलेगा। फेडरेशन के पत्र पर परिवहन विभाग के सचिव ने इन बसों के जांच के आदेश दिए हैं। लॉकडाउन उल्लंघन का मामला सामने आने पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
इस बारे में डीटीओ रजनीश लाल ने कहा कि लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन मालिकों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। दिल्ली की बसों पर भी कार्रवाई की गई है। उन पर जुर्माना किया गया है। कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।