BRABU,Muzaffarpur: अनुकंपा कमेटी की बैठक में नियुक्ति पर लगी मुहर, अधिसूचना शीघ्र
गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर जिन अभ्यर्थियों के कागजात सही पाए गए उनकी नियुक्ति की फाइनल मंजूरी मिल गई। प्रस्ताव विवरणी ठीक तरीके से नहीं लिखे होने के कारण अभ्यर्थियों की सूची को सील बंद लिफाफे में सुरक्षित रखा गया है।
मुजफ्फरपुर,जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से बुधवार को अनुकंपा कमेटी की बैठक बुलाई गई। इसमें गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर जिन अभ्यर्थियों के कागजात सही पाए गए उनकी नियुक्ति की फाइनल मंजूरी मिल गई। प्रस्ताव विवरणी ठीक तरीके से नहीं लिखे होने के कारण अभ्यर्थियों की सूची को सील बंद लिफाफे में सुरक्षित रखा गया है। 48 अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर मुहर लगी है।
वहीं दो अभ्यर्थियों के कागजात पर विधिक परामर्श लिया जाएगा। सरकार के अध्यादेश के अनुसार जो मृतक कर्मचारी के आश्रित दावेदारी कर रहे हों और उनके पास यदि शैक्षणिक अहर्ता नहीं हो तो उन्हें दो वर्षों के लिए सशर्त नियुक्त किया जाएगा। इस अवधि में यदि वे शैक्षणिक अहर्ता प्राप्त कर लेते हैं तो उनकी सेवा जारी रहेगी ऐसा नहीं होने पर सेवा स्वत: समाप्त हो जाएगी। ऐसे दो अभ्यर्थियों को भी तत्काल अंतिम चयन सूची में शामिल नहीं किया गया है। वहीं एक मामला प्रोन्नति से जुड़ा हुआ है। कमेटी की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद गुरुवार को प्रस्ताव विवरणी को पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद कुलपति की अंतिम स्वीकृति मिलेगी और अधिसूचना जारी करने के साथ ही नियुक्ति की प्रक्रिया की जाएगी। इस बैठक में पिछले कुछ दिनों में विवि के दो कर्मचारियों के निधन के बाद उनके आश्रितों को भी शामिल कर लिया गया है।
विद्यार्थी परिषद ने विवि परिसर में निकाली चेतावनी यात्रा
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से बेमियादी धरना के सोलहवें दिन चेतावनी यात्रा निकाली गई। पूरे विवि परिसर का चक्कर लगाने के बाद हाथ में बैनर और अधिकारियों की कार्यशैली के विरोध में पोस्टर लिए कार्यकर्ता मुख्य भवन में पहुंचे। यहां परीक्षा विभाग, कुलपति कार्यालय व अन्य पदाधिकारी के कार्यालय में घूमकर आंदोलन की चेतावनी दी। महानगर मंत्री दीपंकर गिरि ने कहा कि अभाविप ने पदाधिकारियों को चेताने का कार्य किया है। हाल ही में स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा से पूर्व तीन-तीन बार प्रवेश पत्र जारी कर उसे रद किया गया। मामला बिगड़ता देख आनन-फानन में शुरू के तीन दिन की परीक्षा स्थगित की गई। कारण यह बताया गया कि सभी महाविद्यालय के प्राचार्यों के विशेष आग्रह पर परीक्षा स्थगित करनी पड़ी। कहा कि कुलपति के आसपास बिचौलियों का आभामंडल सक्रिय है। उन्हीं के इशारों पर कुलपति कार्य करते हैं। मौके पर संयोजक सह सीनेट सदस्य केशरीनंदन शर्मा, पुष्कर ङ्क्षसह, प्रभात मिश्रा, दीपक यादव, प्रभात श्रीवास्तव, प्रणव प्रत्युष, देवेश्वर कुमार, मंटू कुमार, मयंक कुमार, विकास कुमार आदि मौजूद थे।