BRABU, Muzaffarpur: साइबर सुरक्षा की होगी पढ़ाई, यूजीसी ने दिया निर्देश
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में अगले सत्र से इसे लागू किया जाएगा । इसको लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से पत्र भेजा गया है । स्नातक में साइबर सुरक्षा को अनिवार्य पाठ्यक्रम के रूप में शामिल किया जाएगा ।
मुजफ्फरपुर, जासं। साइबर अपराध की घटनाओं में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए इससे बचने और लोगों को जागरूक करने के लिए स्नातक स्तर पर इसकी पढ़ाई होगी। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में अगले सत्र से इसे लागू किया जाएगा। इसको लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से पत्र भेजा गया है। स्नातक में साइबर सुरक्षा को अनिवार्य पाठ्यक्रम के रूप में शामिल किया जाएगा। विवि और कालेजों को इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने और साइबर सुरक्षा स्टार्टअप और हैकथान पर काम करने का निर्देश दिया है।
यूजीसी की ओर से ङ्क्षचता जताते हुए कहा गया है कि साइबर सुरक्षा आज दुनिया में प्रमुख ङ्क्षचता का विषय बन गया है। इसपर केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा रणनीति तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। बच्चों को स्कूल स्तर पर साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के साथ ही स्नातक में इसे अनिवार्य पेपर के रूप में शामिल किया जाएगा। देश के सक्षम तकनीकी संस्थान इसे शुरू करने में विवि का सहयोग करेंगे। इसे अनिवार्य करने से पहले कार्यक्रम, वेबिनार व अन्य माध्यमों से छात्रों को इसकी महत्ता बताई जाएगी।
कालेजों को भेजी गईं 1500 डिग्रियां
जासं, मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से शुक्रवार को 1500 डिग्रियां कालेजों को भेजी गईं। वहीं शनिवार को 600 और डिग्रियां कालेजों को भेजी जाएंगी। परीक्षा नियंत्रक डा.संजय कुमार ने बताया कि जो कालेज डिग्री विवि से नहीं ले जाएंगे वहां के छात्र-छात्राओं को विवि से रविवार को डिग्री देने की तैयारी की जा रही है। बता दें कि शिक्षक व दारोगा बहाली समेत अन्य रोजगार के लिए छात्रों को डिग्री की जरूरत है। विवि में सैंकड़ों की संख्या में ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्होंने तीन-चार वर्ष पूर्व आवेदन किया, लेकिन अबतक उनकी डिग्री नहीं बनी। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि बैकलाग को समाप्त करने की दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है। नए सिरे से आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को परेशानी नहीं हो इसको लेकर पूरी प्रक्रिया की मानीटङ्क्षरग की जा रही है।