BRA Bihar University: स्नातक पार्ट थ्री के विद्यार्थियों को परफॉर्मेंस के आधार पर मिलेंगे प्रैक्टिकल के अंक, जानिए नई व्यवस्था
BRA Bihar University आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर विवि में जमा करना है अंक। कोरोना संक्रमण को देखते हुए कालेजों की ओर से की गई थी मांग। अबतक 50 फीसद कॉलेजों की ओर से परीक्षा फॉर्म के साथ प्रैक्टिकल का भी अंक उपलब्ध करा दिया गया है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित होने वाली स्नातक की परीक्षा में इस बार प्रायोगिक का अंक कॉलेज आंतरिक आधार पर देंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से पहले ही अधिसूचना जारी की जा चुकी है। अबतक 50 फीसद कॉलेजों की ओर से परीक्षा फॉर्म के साथ प्रैक्टिकल का भी अंक उपलब्ध करा दिया गया है। शेष कालेजों की ओर से 24 नवंबर पर विवि खुलने पर इसे जमा करने की बात कही गई है। परीक्षा नियंत्रक डॉ.मनोज कुमार ने बताया कि प्रायोगिक विषयों में अंक निर्धारित करने के लिए कॉलेजों को छूट दी गई है कि वह अपने अनुसार मानक तय कर सकते हैं। बताया कि प्रथम व द्वितीय वर्ष में प्राप्त अंकों के अनुसार तृतीय वर्ष में प्रैक्टिकल के अंकों का निर्धारण किया जा सकता है। साथ ही पिछले 2 वर्ष में कक्षाओं में उपस्थिति और प्रदर्शन भी अंकों के निर्धारण का आधार बन सकता है।
कॉलेजों की ओर से की गई थी आंतरिक मूल्यांकन की मांग
कोरोना संक्रमण को देखते हुए कॉलेज प्रशासन की ओर से प्रायोगिक परीक्षा का आंतरिक मूल्यांकन करने की मांग की गई थी। प्रायोगिक परीक्षा होने की स्थिति में शिक्षक व विद्यार्थी दोनों पर संक्रमण के खतरे की आशंका व्यक्त की गई थी। इसी को देखते हुए विवि की ओर से यह निर्णय लिया गया है।
जीएस की परीक्षा में पूछे जाएंगे ऑब्जेक्टिव प्रश्न
जीएस के पेपर में ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाएंगे। इसके लिए छात्र-छात्राओं को ओएमआर सीट दिया जाएगा। इस पेपर में ओएमआर के साथ दी गई कार्बन कॉपी विद्यार्थियों को अपने साथ लेकर जाने की छूट रहेगी। यह व्यवस्था पहली बार की गई है। हालांकि, इस पद्धति से परीक्षा संचालन का छात्र संगठनों ने विरोध भी किया था।
इसी महीने शुरू होगी परीक्षा, 65 हजार परीक्षार्थी होंगे शामिल
स्नातक पार्ट थ्री की परीक्षा इसी महीने शुरू हो रही है। इसमें करीब 65 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। परीक्षा केंद्रों की संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। इसबार विषयों के अलग-अलग कोड बनाए जा रहे हैं। परीक्षा कार्यक्रम इसी के अनुसार जारी होगा।