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Education : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक में ऑनस्पॉट नामांकन, जानिए नामांकन कब तक

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में स्नातक में ऑनस्पॉट नामांकन को भीड़ उमड़ रही है। 11 प्रमुख कॉलेजों में जूलॉजी इतिहास भूगोल हिंदी गृहविज्ञान और अकाउंट्स में सीट नहीं होने के कारण विवि की ओर से पहले ही इन विषयों में नामांकन पर रोक लगा दी गई है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 07:11 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 07:11 PM (IST)
Education : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक में ऑनस्पॉट नामांकन, जानिए नामांकन कब तक
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में स्नातक में नामांकन शुरू।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता।  बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में स्नातक में नामांकन के लिए शुक्रवार को छात्र-छात्राओं की भीड़ उमड़ पड़ी। शांतिपूर्ण तरीके से सभी कॉलेजों में विभिन्न विषयों में खाली सीट पर नामांकन के लिए आवेदन दिया। 11 प्रमुख कॉलेजों में जूलॉजी, इतिहास, भूगोल, हिंदी , गृहविज्ञान और अकाउंट्स में सीट नहीं होने के कारण विवि की ओर से पहले ही इन विषयों में नामांकन पर रोक लगा दी गई है। डीएसडब्ल्यू प्रो.अभय कुमार सिंह ने बताया कि नामांकन की प्रक्रिया शांतिपूर्ण चल रही है।

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नामांकन का अपडेट विवि के पोर्टल पर भी हो रहा है। कहा कि कॉलेजों को सख्त निर्देश दिया गया है कि सीट भर जाने पर नामांकन नहीं लेना है। यदि सीट से अधिक नामांकन की शिकायत आती है तो स्पष्टीकरण पूछा जाएगा। साथ ही सीट से अधिक नामांकन की स्थिति में छात्राएं कन्या उत्थान योजना की राशि से वंचित होती हैं तो इसके लिए भी संबंधित कॉलेज के प्राचार्य ही जिम्मेदार होंगे। बता दें कि 17 जनवरी तक नामांकन की तिथि निर्धारित है। 17 जनवरी को रविवार है इसके बाद भी कॉलेज खुलेंगे और नामांकन की प्रक्रिया होगी।  

 राजभवन की ओर से टीआर की हुई थी जांच : पिछले महीने अनुदान के लिए राजभवन की ओर से टीआर की जांच की गई थी। इसमें कई डिग्री कॉलेजों में सीट से अधिक नामांकन का मामला सामने आया था। इसपर विवि से स्पष्टीकरण पूछा गया था।

विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या में तेजी से हो रही वृद्धि : कुलपति

पूसा । डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रमेश चन्द्र श्रीवास्तव ने शुक्रवार को पुन: निर्मित छात्रावास का उद्घाटन किया। पुराने भवन का जीर्णोद्धार कर छात्रावास बनाया गया है। इसमें दो रूम सेट के ग्यारह कमरे व एक रूम सेट के दो आवास हैं। उद्धाटन समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। आने वाले समय में विश्वविद्यालय में कई अन्य कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसलिए उसके अनुरूप इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास समय से पूर्व करने का प्रयास किया जा रहा है। इस में कोशिश की जा रही है कि पुराने भवनों का भी जीर्णोद्धार कर उन्हें उपयोगी बनाया जाए। इससे कम लागत में अच्छे आवास को निर्माण हो जाता है। उन्होंने कम समय और अत्यंत कम लागत में अच्छे निर्माण के लिए विश्वविद्यालय के इंजीनियङ्क्षरग विभाग के अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा की उनका प्रयास है कि विश्वविद्यालय में पढऩे वाले छात्रों को और काम करने वाले कर्मचारी एवं वैज्ञानिकों को अच्छी सुविधा प्रदान की जाए ताकि वे समर्पित भाव से विश्वविद्यालय में काम करें। उद्घाटन समारोह में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. पीपी श्रीवास्तव, निदेशक शिक्षा डॉ. एमएन झा, निदेशक अनुसंधान डॉ. मिथिलेश कुमार, डॉ. अम्बरीष कुमार समेत विभिन्न डीन एवं डायरेक्टर भी उपस्थित रहे। 


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