BRA Bihar University: सर, दो साल से पेंडिंग रिजल्ट नहीं सुधरा, परीक्षा से वंचित हो जाएंगे...
BRA Bihar University स्नातक तृतीय सत्र की परीक्षा फार्म भरने से वंचित हो सकते सैकड़ों विद्यार्थी परीक्षा नियंत्रक से की शिकायत बोले- पांच बार दे चुके आवेदन कर्मचारियों की लापवाही का खामिया छात्रों को भुगतना पड़ रहा है।
मुजफ्फरपुर, जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक पार्ट थ्री सत्र 2018-21 की परीक्षा में शामिल होने से सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थी वंचित हो सकते हैं। प्रथम और द्वितीय वर्ष की परीक्षा में पेंडिंग हुए परिणाम में अबतक सुधार नहीं होने के कारण विद्यार्थी परेशान हैं। सोमवार को दर्जनों छात्र पेंङ्क्षडग परिणाम की समस्या लेकर परीक्षा नियंत्रक से मिलने पहुंचे।
एलएस कालेज के छात्र रोशन कुमार ने बताया कि द्वितीय वर्ष का परीक्षा परिणाम पेंङ्क्षडग है। परिणाम जारी होने के बाद से कालेज से लेकर विवि तक पांच बार आवेदन दे चुके हैं। अबतक परिणाम में सुधार नहीं हो सका। पेंङ्क्षडग परिणाम के कारण तृतीय वर्ष का परीक्षा फार्म नहीं भर पा रहे हैं। इसी कालेज की छात्रा ज्योति ने बताया कि गणित वैकल्पिक विषय था। इसमें प्रथम वर्ष में प्रमोट हो गई थी। इसके बाद द्वितीय वर्ष की परीक्षा उत्तीर्ण हो गई। इसके साथ प्रमोट वाले पेपर की भी परीक्षा दी।
द्वितीय वर्ष का परिणाम तो आ गया पर प्रथम वर्ष का परिणाम अबतक नहीं आया। इस कारण परीक्षा फार्म नहीं भर पा रही। कायनात, प्रियंका कुमारी समेत दर्जनों की संख्या में पहुंचे छात्र-छात्राओं ने परीक्षा नियंत्रक से कहा कि दो साल से पेंङ्क्षडग परिणाम में सुधार नहीं हुआ। यदि एक-दो दिन में इसे सुधारा नहीं गया तो एक साल और बर्बाद हो जाएगा। वे तृतीय वर्ष की परीक्षा से वंचित हो जाएंगे। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि शीघ्र पेंङ्क्षडग परिणाम को सुधार दिया जाएगा।
अगले तीन दिनों तक कालेजों को दिया गया एडिट का विकल्प
परीक्षा फार्म भरने में हो रही परेशानी को देखते हुए विवि की ओर से कालेजों को एडिट का अधिकार दिया गया है। अगले तीन दिनों तक कालेजों में छात्र-छात्राएं फार्म में त्रुटियों का सुधार करा सकते हैं। परीक्षा नियंत्रक डा.संजय कुमार ने बताया कि छात्र-छात्राओं की ओर से अपलोड डाटा में गड़बड़ी की शिकायत की जा रही थी। कालेजों में आवेदन को एडिट करने की सुविधा नहीं थी। ऐसे में छात्र-छात्राओं की परेशानी को देखते हुए एडिट का विकल्प दे दिया गया है। कहा कि जिन छात्र-छात्राओं का डाटा पोर्टल पर नहीं दिख रहा है वे कालेज में जाकर उसे जोड़वा सकते हैं। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि कालेजों को कहा गया है कि मास्टर डाटा सही से एडिट करें ताकि परिणाम पेंडिंग नहीं हो।
कई कालेजों ने मास्टर डाटा में जोड़ा गलत रजिस्ट्रेशन
परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि परीक्षा विभाग की ओर से परिणाम पेंडिंग नहीं हो, इस दिशा में लगातार कालेजों को दिशानिर्देश दिया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी उनकी ओर से लापरवाही बरती जा रही है। बताया कि कई कालेजों ने मास्टर डाटा में ही छात्रों का गलत रजिस्ट्रेशन नंबर जोड़ दिया है। ऐसे में अलग-अलग रजिस्ट्रेशन नंबर होने की स्थिति में परिणाम पेंडिंग हो सकता है।