बिहार विश्वविद्यालय को एक साल में देना है रिजल्ट, नौ महीने से चल रही नामांकन की प्रक्रिया, जानिए पूरा मामला
BRA bihar university छठी बार बढ़ाई गई है सत्र- 2021-24 में नामांकन के लिए आवेदन की तिथि कैसे पटरी पर लौटेगा बिहार विश्वविद्यालय का सत्र समय पर परीक्षा नहीं होने से छात्रोंं को होगी परेशानी। विवि की ओर से लापरवाही छात्रों पर पड़ेगी भारी।
मुजफ्फरपुर, जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से तीन-चार वर्षों से सत्र की शुरुआत में सेशन को अपडेट करने का दावा किया जाता है, लेकिन नामांकन प्रक्रिया में ही इतना विलंब होता है कि सत्र और बेपटरी हो न रहा। ताजा उदाहरण स्नातक सत्र-2021-24 में नामांकन से जुड़ा है। अप्रैल महीने में नामांकन के लिए आवेदन लेना शुरू हुआ। कई बार तिथि आगे बढ़ी। करीब दो महीने पूर्व विश्वविद्यालय ने पहली मेधा सूची जारी की। फिर दूसरी व तीसरी सूची आई। नामांकन कम हुए और कुछ कालेजो को बाद मव नामांकन की अनुमति सरकार से मिली। तीन सूची में जिनका नाम नहीं आ सका वे विद्यार्थी नामांकन के लिए इंतजार ही कर रहे थे कि इसी बीच फिर से पोर्टल खोल दिया गया। मेधा सूची जारी करने में विवि टाल मटोल कर रहा। वहीं पांचवीं बार फिर से आवेदन की तिथि बढ़ा दी गई। ऐसे में छात्र नेताओं ने विवि की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। छात्र नेताओं का कहना है कि एक वर्ष में नामांकन, कक्षाओं के संचालन, परीक्षा व और परिणाम तक जारी करना होता है, लेकिन नौ महीने से नामांकन ही चल रहा...यह कैसी व्यवस्था।
सिंडिकेट की बैठक में गरमा सकता मामला
बिहार विश्वविद्यालय में 26 नवम्बर को सिंडिकेट की बैठक प्रस्तावित है। उस बैठक में नामांकन से जुड़ा मामला गरमा सकता है। छात्र नेता उस मुद्दे को लेकर सिंडिकेट सदस्यों से मिल रहे हैं। उनक कहना है कि विवि के अधिकारी अपनी जेब भरने व मनमानी करने के लिए नामांकन प्रक्रिया को जान बूझकर लम्बा खींच रहर हैं। इससे नामांकन के साथ ही छात्रों के भविष्य अधर में लटक गया है।
विवि में 26 को होगी सिंडिकेट की बैठक
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से 26 नवंबर को सिंडिकेट की बैठक आयोजित की जाएगी। विवि की ओर से इसकी अधिसूचना जारी की गई है। साथ ही सभी सदस्यों को बैठक के लिए पत्र भेज दिया है। इस बैठक में करीब आधा दर्जन एजेंडे को शामिल किया जाएगा। 21 जून को विवि में हुई सिंडिकेट की बैठक के प्रोसिडिंग को स्वीकृति देने, एलएस कालेज के राजनीति विज्ञान के सहायक प्राध्यापक डा.त्रिविक्रम तिवारी का त्यागपत्र स्वीकृत करने, एमडीडीएम कालेज की सहायक प्राध्यापक डा.वंदना कुमारी को तीन साल के लिए लीव विदाउट पे के आवेदन व इसी कालेज की होम साइंस की सहायक प्राध्यापक डा.शालिनी कुशवाहा के तीन साल के अवकाश के आवेदन पर विचार किया जाएगा। इसके परीक्षा बोर्ड से स्वीकृत एजेंडे व अन्य मुद्दों को भी इसमें शामिल किया जाएगा।