बिहार पर्यटन विभाग को सीतामढ़ी के जानकी मंदिर, पुनौरा धाम, पंथ पाकड़ व हलेश्वर स्थान की जानकारी नहीं
सीतामढ़ी शहर स्थित जानकी मंदिर पुनौरा धाम पंथपाकर व हलेश्वर स्थान को लेकर मांगे गए आरटीआइ के जवाब में पर्यटन विभाग द्वारा दिए गए गोल-मटोल जवाब दे दिया गया। इसको लेकर परिषद ने रोष व्यक्त किया गया है।
सीतामढ़ी, जासं। श्री सीता जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद की ओर से सीतामढ़ी शहर स्थित जानकी मंदिर, पुनौरा धाम, पंथपाकर व हलेश्वर स्थान की जानकारी पर्यटन विभाग के पास नहीं है। बिहार गजट में सीतामढ़ी शहर स्थित जानकी मंदिर, पुनौरा धाम, पंथपाकर व हलेश्वर स्थान को लेकर मांगे गए आरटीआई के जवाब में पर्यटन विभाग द्वारा दिए गए गोल-मटोल जवाब दे दिया गया। इसको लेकर परिषद ने रोष व्यक्त किया है। इस बाबत परिषद के अध्यक्ष अभिषेक मिश्र ने प्रेस वार्ता आयोजित कर पत्रकारों को बताया कि बीते 16 जून को आरटीआई दाखिल कर बिहार सरकार से जानकी मंदिर, पुनौरा धाम, पंथपाकर और हलेश्वर स्थान के संबंध में पर्यटन विभाग से बिहार गजट में उपलब्ध इनकी जानकारी मांगी गई थी। करीब तीन महीने बाद पर्यटन विभाग ने गोल-मटोल जवाब देते हुए इससे अलग स्वदेश दर्शन योजना व अन्य योजनाओं की जानकारी भेज दी।
मिश्र ने इस पर असंतोष व्यक्त करते हुए पुनः वरीय लोक सूचना प्राधिकार से जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि यदि पर्यटन विभाग इसकी जानकारी नहीं देती है तो वह हाई कोर्ट जाएंगे। इसके साथ ही परिषद द्वारा विगत दिनों में किए गए कार्यों के बारे में भी बताया गया। परिषद के संयोजक महंत भूषण दास ने मांग की कि शहर के मुख्य मार्ग का नाम सीता पथ होना चाहिए। मेहसौल क्षेत्र में बन रहे रेलवे ओवरब्रिज का नाम भी सीता ओवरब्रिज किया जाना चाहिए। परिषद के कोषाध्यक्ष अखिलेश झा ने कहा कि प्रतिदिन सीता घाट पर संध्या आरती और पूर्णिमा को महाआरती का आयोजन किया जा रहा है जिसमें जनभागीदारी अति आवश्यक है। इसके लिए श्री सीता जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद द्वारा अभियान भी चलाया जा रहा है। मौके पर सचिव सुमित गुप्ता, उप सचिव राजू कुमार, सदस्य अरविंद कुमार समेत अन्य लोग मौजूद थे।