Muzaffarpur Lockdown News: शहर के 85 फीसद मोहल्ले संक्रमित, बने चार मेगा कंटेनमेंट जोन, क्या लॉकडाउन की तैयारी चल रही है?
Muzaffarpur Lockdown News शहर तेजी से संक्रमण की चपेट में आता जा रहा है। सरकारी सर्वे के अनुसार यहां का 85 प्रतिशत भाग संक्रमित हो चुका है। इसके बाद सबके मन में यही सवाल है कि क्या नवादा के मुजफ्फरपुर में लॉकडाउन लिया जाएगा?
मुजफ्फरपुर, ऑनलाइन डेस्क। Muzaffarpur Lockdown News: बिहार सरकार ने अभी लॉकडाउन नहीं लेने का फैसला किया है, लेकिन सूबे के कई जिलों में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ती ही जा रही है। अपना जिला मुजफ्फरपुर भी उनमें से एक है। यहां स्वास्थ्य विभाग का एक सर्वे बता रहा है कि शहर का लगभग 85 फीसद हिस्सा संक्रमित है। इसके मद्देनजर चार मेगा कंटेनमेंट जोन तैयार करने का फैसला किया गया है। जहां पुलिस का पहरा रहेगा। तात्पर्य यह कि आने-जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध होगा। इस दौरान सभी घरों को सैनिटाइज किया जाएगा। इस हालत में जिले के लोगों के मन में एक बड़ा सवाल है कि क्या नवादा के बाद मुजफ्फरपुर दूसरा जिला होगा जहां लाॅकडाउन लिया जाएगा?
संक्रमण की रफ्तार पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ा
गौरतलब है कि नवादा जिला प्रशासन ने चार दिनों के लॉकडाउन का फैसला किया है। उसका मानना है कि संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए इससे बेहतर और कोई उपाय नहीं है। मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन ने पहले माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया। जिसका संक्रमण की रफ्तार पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ा। इसके बाद अब मेगा कंटेनमेंट जोन बनाने का प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला प्रशासन के पास भेजा गया है। जिसमें लॉकडाउन जैसी सख्ती ही करने की अनुशंसा की गई है। कहा गया है कि शहर में संक्रमण के चेन काे तोड़ने का और कोई दूसरा विकल्प नहीं है। ऐसी स्थिति में लोगों के मन में यह सवाल उठना सहज ही है कि क्या अभी लॉकडाउन से पहले की तैयारी चल रही है? क्या जिला प्रशासन का अगला कदम सख्त लॉकडाउन लेना ही होगा। हालांकि अभी कोई प्रशासनिक अधिकारी सीधे रूप में इसके बारे में कुछ भी नहीं कह रहा है। हर कोई स्थिति की समीक्षा करने अौर राज्य सरकार का आदेश मिलने के बाद इस विषय पर निर्णय लेने की बात कह रहे।
दरअसल, लोगों की ओर से भी लापरवाही बरती जा रही है। सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। शादी व श्राद्ध में सभी नियमों की अनदेखी हो रही है। वही हालत सब्जी मंडियोेें में देखा जा रहा है। संक्रमण की दूसरी लहर के अधिक घातक होने के बाद भी कई लोग अब भी मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं। जो कर भी रहे हैं वे मानक का ख्याल नहीं रख रहे। ऐसे में इस बात की पूरी आशंका व्यक्त की जा रही है कि यदि मेगा कंटेनमेंट जोन बनाने के बाद भी हालात पर नियंत्रण नहीं होता है तो प्रशासन को नवादा की राह पर चलना पड़ सकता है। टीकाकरण में भी जिले की हालत पतली है।
सरकार नागरिकों से स्व अनुशासन की अपेक्षा कर रही है। क्योंकि लाॅकडाउन की सख्ती के बाद रोज कमाने और खाने वालों की परेशानी बढ़ने की आशंका है, लेकिन जिस तरह से नियमों की अनदेखी की जा रही है उससे ऐसा लग रहा है कि प्रशासन की सख्ती के बिना काम चलना संभव नहीं है। अब देखने वाली बात यह होगी कि सरकार किस स्वरूप को अपनाती है। फिलहाल तो शाम छह से सुबह छह बजे तक के लिए इसी तरह की सख्ती बरती जा रही है।