Bihar lockdown: कोरोना जांच पर लॉकडाउन का पहरा, आरटीपीसीआर टेस्ट में आई कमी
Bihar lockdown जांच में समन्वय बनाने को मनोज कुमार को बनाया गया को-ऑर्डिनेटर। 1600 आरटीपीसीआर टेस्ट हो रहे थे प्रतिदिन घटकर 1300 पर पहुंचे। 01 हजार एंटीजन किट से शहरी क्षेत्र में जांच का लक्ष्य हो रही 600 ही।
मुजफ्फरपुर, जासं। Bihar lockdown: कोरोना संक्रमण की जांच में लॉकडाउन का पहरा दिखने लगा है। इससे अब जांच के लिए कम ही लोग पहुंच रहे हैैं। इसकी गति तेज करने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र के वरीय पर्यवेक्षक मनोज कुमार को जांच का को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है। संक्रमित पाए जाने वाले के संपर्क में आने वाले की खोजकर जांच की जाएगी। आम आदमी की शिकायत है कि जांच के लिए घर से निकलने पर पुलिस रोक रही है। मारपीट के भय से लोग बाहर नहीं निकल रहे हैैं।
कोरोना जांच के नोडल पदाधिकारी डॉ.अमिताभ कुमार सिन्हा ने बताया कि इधर जांच में गिरावट आई है। प्रतिदिन जहां 1600 आरटीपीसीआर टेस्ट हो रहे थे। वहीं, घटकर 1300 पर आ गए हैैं। शहरी क्षेत्र के छह केंद्रों पर एक हजार एंटीजन किट से जांच हो रही है। वह भी घटकर 600 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो कोरोना जांच घटने की मुख्य वजह लॉकडाउन है। इससे लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। सड़कों पर पुलिस उन्हें रोक चालान काट रही है। वह बताते भी हैैं कि जांच कराने जा रहे, फिर भी उन्हें वापस घर भेजा जा रहा है।
जांच का ये है लक्ष्य
स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहरी क्षेत्र में प्रतिदिन 1000 एंटीजन किट व 1600 आरटीपीसीआर जांच करनी है। बैरिया बस पड़ाव, सरकारी बस पड़ाव व सदर अस्पताल के केंद्र पर लोग जांच कराने आ रहे हैं। सुबह में 10 बजे तक लोग जांच के लिए आ रहे, लेकिन दोपहर के बाद यह संख्या कम है।
थानों को किया गया सैनिटाइज
जासं, मुजफ्फरपुर : कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए शहर के विभिन्न थानों को सैनिटाइज कराया गया। इस दौरान सिपाहियों के रहने वाले बैरक को भी सैनिटाइज किया गया। बताया कि पिछले दिनों नगर व महिला थाने में गिरफ्तार कर लाए गए आरोपित पॉजिटिव निकल गए थे। इसको देखते हुए नगर, महिला व सिकंदरपुर ओपी को सैनिटाइज कराया गया है। अन्य थानों को भी सैनिटाइज कराने की कवायद की जा रही है।