बिहार के पर्यटन मंत्री के पुत्र व भाई घायल, भूमि विवाद में मारपीट और पत्थरबाजी, पश्चिम चंपारण की घटना
पश्चिम चंपारण के बेतिया में मारपीट की घटना में स्कॉर्पियो समेत कई गाड़ी क्षतिग्रस्त राइफल छीन किया पुलिस के हवाले इस घटना में फायरिंग भी किए जाने की सूचना आ रही है। घायलों को गवर्नमेंट मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बेतिया (पचं), जासं। भूमि अतिक्रमण के विवाद को लेकर रविवार की दोपहर में मुफस्सिल थाने के हरदिया कोईरीटोला वार्ड संख्या 14 में दो गुटों में जमकर मारपीट और पत्थरबाजी हुई। मारपीट में सूबे के पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद के भाई हरेंद्र प्रसाद, पुत्र बब्लू कुमार समेत पांच लोग घायल हैं। इस घटना में फायरिंग भी किए जाने की सूचना आ रही है। घायलों को गवर्नमेंट मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव में तीन थानों की पुलिस कैंप कर रही है। अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है।
एसडीपीओ मुकुल परिमल पांडेय ने फायरिंग की घटना से इंकार किया है। उनका कहना है कि मारपीट व पत्थरबाजी हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मंत्री के पुत्र बब्लू कुमार ने बताया कि गांव के समीप बागीचा का अतिक्रमण कुछ लोग कर रहे थे। जिसको रोकने के लिए वे पहुंचे थे तो मारपीट कर मंत्री के भाई हरेंद्र प्रसाद, मंत्री के पुत्र बब्लू कुमार, मैनेजर विजय साह, चालक मनोज पांडेय और संजय साह को घायल कर दिया। अतिक्रमणकारियों ने मंत्री की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है और लाइसेंसी राइफल छीन ली है।
उधर, दूसरे पक्ष के जख्मी जर्नादन कुमार (28) को भी इलाज के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल की मां रीना देवी का कहना है कि बागीचा के समीप गांव के दर्जनों बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। इसी दौरान मंत्री के पुत्र समेत अन्य चार- पांच गाड़ी से बंदूक एवं लाठी- डंडा लेकर पहुंचे और मारपीट की। बहरहाल, मामला चाहे जो भी हो गांव में तनाव की स्थिति है। मुफस्सिल, नौतन एवं जगदीशपुर थाने की पुलिस कैंप कर रही है। उधर, मंत्री नारायण प्रसाद का कहना है कि अतिक्रमण करने से रोकने पर साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है।
मंत्री के भाई और पुत्र पर दबंगई का आरोप
जख्मी जर्नादन कुमार ने बताया कि गांव के बच्चे बगीचा में क्रिकेट खेल रहे थे। तभी मंत्री के भाई पहुंचे और गाली- गलौज करने लगे। हालांकि बगीचे में क्रिकेट खेलने से कोई नुकसान भी नहीं था। अभी बच्चे क्रिकेट खेलना बंद कर घर जा रहे थे। तब तक मंत्री के पुत्र तीन- चार गाड़ियों पर लाठा- ठंडा और बंदूक लेकर पहुंचे और फायरिंग की। क्रिकेट खेल रहे बच्चों को पकड़कर मारपीट करने लगे। मैंने विरोध किया तो जानलेवा हमला कर दिए।