Bihar, Gaighat Assembly Elections 2020 : हारने के बाद पूर्व विधायक महेश्वर यादव का क्या होगा अगला कदम?
Bihar Gaighat Assembly Elections 2020 पूर्व विधायक महेश्वर यादव नेे कहा कि मेरा विचार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलता है। मेरी हार के पीछे पार्टी के एक विधान पार्षद का हाथ रहा है। जानकारी प्रदेश नेतृत्व को दी है। उसके बाद पार्टी एक्शन भी ले रही है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। जिला जनता दल यू के वरीय नेता महेश्वर यादव ने पार्टी की समीक्षा बैठक में कहा कि वह राजद से जदयू में आए थे। चुनाव में गायघाट से जदयू ने टिकट दिया व लड़े व हार गए। लेकिन, अब जीवन का अंतिम समय जदयू के साथ ही कटेगा। वह हर संघर्ष में साथ हैंं। उनका विचार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलता है। बिहार में जो विकास हो रहा उसके लिए वह मुख्यमंत्री के साथ है। पूर्व विधायक यादव ने कहा कि उनकी हार के पीछे पार्टी के एक विधान पार्षद का हाथ रहा है। उसकी जानकारी उन्होंने प्रदेश नेतृत्व को दी है। उसके बाद पार्टी भीतरधाती की पहचान कर एक्शन भी ले रही है। लेकिन जिस तरह की हालत चुनाव में रही, वह नहीं होनी चाहिए। अगर सबका सहयोग मिलता तो वह बहुत कम मत के अंतर से नहीं हारते। हारने के बाद वह रुके नहीं है जदयू कार्यकर्ताओं के साथ लगातार समन्यवय बनाकर चल रहे है। पूर्व विधायक ने हार को लेकर आयोजित पार्टी की ओर से चल रहे मंथन में अपनी राय दी है।
एनडीए का जमीनी रूप नहीं दिखा, हो गई हार
हार की समीक्षा करने जिला मुख्यालय में आए जिला संगठन प्रभारी अशरफ अंसारी ने एक बातचीत में स्वीकार किया कि कार्यकर्ताओं के मेहनत के बाद भी हम तीन विधानसभा चुनाव हार गए जिस से लगता है कि कहीं न कहीं संगठन के स्तर पर भी कुछ लोगो द्वारा पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम नहीं किया गया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का स्वरूप तो बना लेकिन उसे जमीनी स्तर पर कार्य रूप नहीं दिया जाना दल के लिए घातक साबित हुआ। हम सभी साथियों को मिल जुल कर अपनी भूल को सुधारना होगा और ऐसे ठोस कार्यक्रम बनने होंगे ताकि आने वाले समय में इसके अच्छे परिणाम आ सके। अंसारी ने कहा कि कहीं न कहीं संगठन के स्तर पर भी कुछ लोगो द्वारा पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम नहीं किया गया। हार की समीक्षा में जिला अध्यक्ष रंजीत सहनी ने कहा कि हम उन कारणों को गहराई तक तलाशेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं के बल और समर्थन से ऐसा संगठन बनाएंगे ताकि आने वाले समय में हम जमीन की गहराई तक जुड़ सके । हार के कारणों को जानने के लिए पार्टी के स्तर से अनुशासन समिति बनी है। उसकी रिपोर्ट राज्य मुख्यालय को भेजा जाएगा। उसके बाद वहां से जो कार्रवाई होगी उसको अमल किया जाएगा।