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Bihar Board 9th Exam: नौवीं की परीक्षा आज से, पहले दिन गणित व विज्ञान का पेपर

Bihar Board 9th Exam शुक्रवार को पहले दिन पहली पाली में नौंवीं के परीक्षार्थी विज्ञान तथा दूसरी पाली में गणित की परीक्षा देंगे। उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय पचरुखा के शिक्षक सुनिल कुमार ने बताया कि परीक्षा को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है।

By Murari KumarEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 08:23 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 08:23 AM (IST)
Bihar Board 9th Exam: नौवीं की परीक्षा आज से, पहले दिन गणित व विज्ञान का पेपर
मैट्रिक की तर्ज पर सभी उच्च व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में होगी परीक्षा। (सांकेतिक तस्वीर)

पश्चिम चंपारण, जागरण संवाददाता। मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के उत्तर देने एवं दिशानिर्देश को समझने में होने वाली असुविधा के कारण उनसे गलतियां हो जाती हैं। इसको देखते हुए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने नौवीं की परीक्षा मैट्रिक की तर्ज पर लेने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को पहले दिन पहली पाली में नौंवीं के परीक्षार्थी विज्ञान तथा दूसरी पाली में गणित की परीक्षा देंगे। उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय पचरुखा के शिक्षक सुनिल कुमार ने बताया कि परीक्षा को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। वहीं इस बार बिहार बोर्ड द्वारा मैट्रिक के तर्ज पर नौवीं की परीक्षा ली जा रही है। इससे विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ेगा तथा विद्यार्थी आगामी मैट्रिक परीक्षा के लिए पूर्व से ही मानसिक रूप से तैयार हो सकेंगे। दूसरी ओर, प्रधान शिक्षकों ने बताया कि परीक्षा को लेकर सभी तैयारी पूरी की जा चुकी है।

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सुबह 9.30 से प्रारंभ हो जाएगी परीक्षा : 

नौवीं की परीक्षा शुक्रवार सुबह 9.30 बजे प्रारंभ हो जाएगी। सुबह में 9.20 तक परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल के अंदर प्रवेश दिया जाएगा। उसके बाद किसी को परीक्षा केंद्र के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। 

परीक्षा का कार्यक्रम :

तिथि : प्रथम पाली : द्वितीय पाली 

26 फरवरी : विज्ञान : गणित 

1 मार्च : सामाजिक विज्ञान : अंग्रेजी 

2 मार्च: मातृभाषा : द्वितीय भारतीय भाषा 

3 मार्च : ऐच्छिक विषय : परीक्षा नहीं 

विद्यालय से बाहर बच्चों को ढूंढेंगे शिक्षक, अभिभावकों को करेंगे प्रेरित

विद्यालयों से छिजित (ड्राॅप आउट) बच्चों को ढूंढकर उन्हें विद्यालय की ओर उन्मुख करने की जरूरत है। कोरोना काल में विद्यालय बंद हुए तो कई अभिभावकों ने लाचारीवश बच्चों को काम पर लगा दिया। अब जब पठन-पाठन प्रारंभ हो चुका है, इन बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है।  सभी शिक्षक आगे बढ़कर अपनी जवाबदेही का निर्वहन करें तथा इन बच्चों के अभिभावकों से मिलकर उन्हें विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें। उपरोक्त बातें बीईओ फणीशचंद पाठक व प्रशिक्षक शैलेश कुमार पासवान ने चार दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण के पहले दिन कही। बगहा दो प्रखंड संसाधन केंद्र में 31 विद्यालयों के शिक्षकों का उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ।


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