विवि को कॉलेजों के पीजी रिकार्ड तलाशने में आ रहा पसीना
पीजी एडमिशन कमेटी की शीघ्र होगी बैठक। तमाम रिकार्ड गायब होने की आशंका। ऑनलाइन स्नातकोत्तर परीक्षा शुरू करने में बड़ी चुनौती सामने आ रही है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को नये सत्र से ऑनलाइन स्नातकोत्तर परीक्षा शुरू करने में बड़ी चुनौती सामने आ रही है। एक माह में सारी तैयारियां कर लेनी है। लेकिन, अभी तक जिन कॉलेजों में स्नातकोत्तर विषयों की पढ़ाई चल रही है, उन सभी का रिकार्ड विश्वविद्यालय को नहीं मिला है। इस संबंध में छात्र कल्याण परिषद के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह जल्द ही नामांकन कमेटी की बैठक बुलाकर प्रगति की समीक्षा बैठक करनेवाले हैं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को जून 19 से ऑनलाइन एडमिशन शुरू कर देना है। लेकिन, हाल यह है कि अभी तैयारियां अधूरी पड़ी हैं।
विश्वविद्यालय के पास सभी अंगीभूत कॉलेजों के स्नातकोत्तर विषयों का रिकार्ड उपलब्ध नहीं है। जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इस संबंध में सरकार ने ही रिपोर्ट तलब की है। विवि को यह जानकारी चाहिए कि किस कॉलेज में स्नातकोत्तर में किन विषयों के कौन-कौन कोर्स चल रहे हैं। कितनी सीटों को मंजूरी मिली थी। कितने शिक्षक और कितने छात्र हैं। अब कुछ कॉलेजों में वर्ष 1990 से पीजी कक्षाएं चल रही हैं।
छात्र कल्याण परिषद के अध्यक्ष पद का प्रभार लेने के बाद डॉ. सुनील कुमार सिंह ने पहला निर्णय एडमिशन कमेटी की बैठक करने का लिया। उन्होंने कहा कि प्रगति समीक्षा के बाद आगे की नीति तैयार की जाएगी। जल्द ही नामांकन कमेटी की बैठक की तिथि का निर्धारण कर दिया जाएगा और इस संबंध में निर्णय लिए जाएंगे।