Darbhanga Corona News : कोरोना के संक्रमण को लेकर रहें जागरूक, करें गर्म भोजन, ठंडा पानी से करें परहेज
कोरोना के इस दौर में चिकित्सकों ने सलाह दी है कि अभी यह जरूरी है कि सबलोग गर्म भोजन करें। ठंडा पानी पीने से परहेज करें। भोजन में ताजा दही लें। भोजन में रोटी दाल सब्जी के साथ सलाद अवश्य लेना चाहिए।
दरभंगा, जागरण संवाददाता। कोरोना के इस दौर में स्वस्थ रहने के लिए भोजन में सावधानी बेहद जरूरी है। किस तरह की खाद्य सामग्री से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़़़़ेेगी। इस विषय पर दैनिक जागरण के जागरूकता अभियान में शहर के ग्लोबल अस्पताल में कार्यरत न्यूट्रीशियन डॉ. तस्मीन कौशर बताती है कि कोरोना के इस दौर में सबसे जरूरी है कि सबलोग गर्म भोजन करें। ठंडा पानी पीने से परहेज करें। भोजन में ताजा दही लें। दोपहर के भोजन में रोटी, दाल, सब्जी के साथ सलाद अवश्य लेना चाहिए। रात के भोजन में नॉन वेज व मिक्सड वेज लिया जाना चाहिए। शाम के वक्त सुप लेना चाहिए। हरी साग-सब्जियां बेहद जरूरी हैं। रात में सोने से पहले दूध और हल्दी का सेवन जरूरी है।
योगाचार्य की सलाह : सकारात्मक ऊर्जा के लिए योग जरूरी
फेफड़ा, गला और इम्युनिटी मजबूत करनेे के लिए किस तरह का योज गरूरी है। इस बारे में योगाचार्य कमलेश कुमार बताते हैं- इस अवधि में कपाल भारती, अनुलोम-विलोम, गहरी सांस लेना और छोडऩा जरूरी है। सुबह और शाम भोजन के तीन घंटे बाद दिन में और रात में चार घंटे के बाद योग करना चाहिए। इससे बेहतर नींद और सकारात्मक ऊर्जा का संचार आदमी के अंदर होता है।
टीकाकरण से पहले और बाद में भी सावधानी है जरूरी
कोरोना टीकाकरण के प्रति लोगों में तेजी से जागरूकता आ रही है। जिले के लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के लिए जिलाधिकारी ने सरकारी कर्मियों को लगाया है। साथ ही लगातार वे स्वयं लगातार लोगों को जागरूक करने के लिए चल रहे अभियान की नियमित समीक्षा कर रहे हैं। जानकार बताते हैं कि कोरोना काल में सरकार ने लोगों को सुरक्षित करने के लिए जमीनी स्तर पर टीकाकरण की व्यवस्था की है। इसके तहत जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थान व चुङ्क्षनदा निजी अस्पतालों में लोगों को टीका लगाया जा रहा है।
घर के सदस्य के संक्रमित होने पर रहे गंभीर
ग्लोबल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. नवीन कुमार बताते हैं कि यदि किसी के घर का कोई सदस्य संक्रमित होता है और उसे होम क्वारंटाइन किया जाता है तो परिवार के अन्य सदस्य संक्रमित नहीं हों इसके लिए सबसे जरूरी है कि परिवार का हर सदस्य वक्त की गंभीरता को समझे। मास्क लगाए। संक्रमित व्यक्ति के लिए अलग बाथ-रूम, बिस्तर व कमरे का प्रबंध करें। कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुरूप बचाव के इंतजाम करने के बाद ही संक्रमित व्यक्ति के पास जाएं। वहीं संक्रमित की इम्युनिटी मजबूत करने के लिए प्रोटीन युक्त भोजन करें। मरीज के कपड़े को आधे घंटे तक गर्म पानी में रखना चाहिए। घर में किसी की उम्र यदि 60 साल से ज्यादा है तो उस व्यक्ति की देखभाल के लिए एक खास व्यक्ति रहे। उनकी नियमित जांच की जाए।
मास्क लगाएं फिर काम पर चलें :
कोरोना से बचने के लिए मास्क लगाना बेहद जरूरी है। लेकिन, लोग इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है। जिले की बात करें तो यहां के लोगों में जागरूकता तो आई है। लेकिन, अभी भी नब्बे फीसद से अधिक लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं। हालांकि इसके लिए जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने विशेष टीम का गठन किया है। टीम पूरे जिले में अभियान चला रही है। अबतक हजारों लोगों को जुर्माना किया जा चुका है। लेकिन, इसके बाद भी लोग बिना मास्क के दिख रहे हैं।
सुरक्षित है जांच, जरूरी है परिवार के लिए :
कोरोना संक्रमण के दौर में स्वास्थ्य संबंधी लापरवाही ठीक नहीं है। छोटी सी लापरवाही भारी पड़ सकती। ऐसे में जैसे ही आपको लगता है कि आपके अंदर या परिवार के किसी भी सदस्य में कोरोना का लक्षण है तो तत्काल नजदीकी अस्पताल में जाएं और जांच अवश्य कराएं। जांच के नाम पर फैल रही गलतफहमी और आम धारणा से बचें। कोरोना जांच और पॉजिटिव पाए जाने के बाद क्वारंटाइन एक सामान्य प्रक्रिया है। इसे अपनाने से हम खुद के साथ परिवार और आसपास के लोगों को भी सुरक्षित रख सकते हैं।