Muzaffarpur: इंटीग्रेटेड कमांड व कंट्रोल भवन की राह में आया बालिका गृह कांड
Muzaffarpur Smart City News एमआरडीए को तोड़कर बनना है स्मार्ट सिटी का आइसीसीसी भवन। भवन में रखा है बालिका गृह का जब्त सामान इसे शिफ्ट करने में हिचक रहा निगम। भवन निर्माण के लिए हो चुका है एजेंसी का चयन व शिलान्यास एग्रीमेंट के बाद शुरू होना था काम।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एमआरडीए को तोड़कर बनने वाले इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आइसीसीसी) भवन के निर्माण में पेंच फंस गया है। एमआरडीए भवन के एक हिस्से में ब्रजेश ठाकुर के बालिका गृह से जब्त सामान को रखा गया है। जिस कमरे में सामान रखा गया है उसे मजिस्ट्रेट की निगरानी में सील किया गया है। बालिका गृह के भवन को तोडऩे का काम नगर निगम ने ही किया था।
शिलान्यास एवं एजेंसी के चयन के बाद भी आइसीसीसी भवन का निर्माण फिलहाल शुरू नहीं हो पाएगा। कंपनीबाग स्थित भवन के जिस हिस्से में सामान रखा गया है उसे दूसरी जगह शिफ्ट किए बगैर इसे तोड़ा नहीं जा सकता है। बालिका गृह का मामला दिल्ली की निचली अदालत के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। ऐसे में जब्त सामान हटाने में नगर निगम के साथ मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के अधिकारी डर रहे हैं। जब सामान की जब्ती हुई थी, उस वक्त वीडियोग्राफी कराने के साथ मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट में नगर निगम ने जमा किया था। सामान को हटाने से पूर्व कोर्ट से अनुमति आवश्यक हो सकती है। इसलिए अब आइसीसीसी सेंटर के लिए कंपनी को इंतजार करना होगा।