कटौझा में बागमती खतरे के निशान के पार, सीतामढ़ी के कैलाशपुरी में लखनदेई का बांध क्षतिग्रस्त
बागमती नदी मुजफ्फरपुर की सीमा पर कटौझा व डुबाघाट में खतरे के निशान को पार कर गई है। वहीं सीतामढ़ी शहर के अंदर लखनदेई का बांध कैलाशपुरी में क्षतिग्रस्त हो गया। लोगों में दहशत
सीतामढ़ी, जेएनएन। लगातार बारिश से ही नदियों में बाढ़ आ गई है। इस बीच नेपाल से पानी छोड़ा गया तो सैलाब कहर बनकर टूट पड़ेगा। बागमती नदी रविवार को जहां तीन स्थानों-ढेंग, डुबाघाट व कटौझा में खतरे के निशान को पार कर गई थी। वहीं ढेंग में उसका जलस्तर थोड़ा थम गया। मुजफ्फरपुर की सीमा पर कटौझा व डुबाघाट में ये नदी लाल निशान के उपर बह रही है।
लालबकेया नदी के गोआवाड़ी, अधवारा समूह की नदी का जलस्तर सुंदरपुर में तथा बागमती नदी का जलस्तर सोनाखान में फिलहाल स्थिर है। यह नदी सोनाखान में एक दिन पहले उफान पर थी। बैरगनिया के ढेंग में बागमती नदी रविवार को खतरे के निशान से दूसरी बार पार हो गई थी। जिससे ढेंग रेल पुल पर खतरा बना हुआ है। उधर, बरसाती पानी से शहर के कई मोहल्ले जलमग्न हो चुके हैं।
बरसाती पानी के करंट से सीतामढ़ी शहर के अंदर लखनदेई बांध क्षतिग्रस्त हाे गया है। डुमरा के कैलाशपुरी से होकर गुजरने वाली लक्ष्मणा नदी किनारे बना बांध बारिश के पानी के तेज बहाव में रविवार को क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके कारण आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई है। डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा के हवाले से बताया गया कि बांध मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है।