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बागमती के जलस्तर में कमी, लखनदेई में वृद्धि जारी

कटरा में बागमती के जलस्तर में रविवार को कमी आई है। वहीं लखनदेई के जलस्तर में वृद्धि जारी रही। टूटे तटबंधों से बरैठा मोहनपुर खंगुरा बसघटृा चंगेल शहनौली धोबौली आदि गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। जलस्तर बढ़ने से बकुची-पहसौल मार्ग अवरुद्ध हो गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 01:59 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 01:59 AM (IST)
बागमती के जलस्तर में कमी, लखनदेई में वृद्धि जारी
बागमती के जलस्तर में कमी, लखनदेई में वृद्धि जारी

मुजफ्फरपुर। कटरा में बागमती के जलस्तर में रविवार को कमी आई है। वहीं लखनदेई के जलस्तर में वृद्धि जारी रही। टूटे तटबंधों से बरैठा, मोहनपुर, खंगुरा, बसघटृा, चंगेल, शहनौली, धोबौली आदि गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। जलस्तर बढ़ने से बकुची-पहसौल मार्ग अवरुद्ध हो गया। बसघटृा डायवर्सन पर चार फीट पानी बहने लगा। इससे पैदल या सवारी का आवागमन ठप हो गया। पानी का दबाव बढ़ने के बाद मोहनपुर स्लूस गेट खोल दिया गया है।

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लखनदेई में पानी बढ़ने से कटरा की 12 पंचायतों में जाने का मार्ग अवरुद्ध हो गया है। उत्तरी भाग में जाने के लिए औराई या बिठौली मार्ग से जाने में 10 की बजाय 50 किमी दूरी तय करनी होगी। इन क्षेत्रों में बोया गया धान पूर्णत: डूब गया। उधर डुमरी-धोबौली मार्ग के टूटने का खतरा बढ़ गया है। यह सड़क पहले से ही जर्जर है। जलस्तर बढ़ने पर टूटने की संभावना है। शहनौली-चंगेल के बीच नीलजा नहर में पानी भर जाने से आवागमन ठप हो गया है। अब तक कहीं नाव का प्रबंध नहीं किया गया है।

औराई मनुषमारा नदी के जलस्तर में वृद्धि : मनुषमारा नदी के जलस्तर में रविवार सुबह से वृद्धि शुरू हो गई। इससे धरहरवा, चैनपुर, अंबेदकर नगर, घनश्यामपुर चौर में पानी फैलना शुरू हो गया है। इससे किसानों की धड़कन तेज होने लगी है। इधर बागमती व लखनदेई नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है।

पारू में बारिश के पानी से चौर जलमग्न : लगातार बारिश से प्रखंड के चौरों में रोपे गए धान के ऊपर तक पानी हो गया है। इससे धान बर्बाद हो रहा है। मछली का व्यवसाय करने वालों ने निकासी के रास्ते बंद कर दिए हैं। इससे हर जगह किसानों व मछली व्यवसायियों मे टकराव की स्थिति है। प्रखंड के मोहजामा, रतवारा समेत अन्य कई गावों का पानी रतवारा चौर में जाता है। ग्रामीण योगेंद्र साह ने बताया कि पानी निकासी को बनवाए गए पुल को मछली व्यवसायियों ने बंद कर दिया है। इससे निकासी अवरुद्ध हो गई और चौर जलमग्न हो गया है। इसी तरह बैजलपुर, उस्ती, चौर की हालत खराब है। शभू सिंह कहते हैं कि हजारों एकड़ धान की फसल बर्बाद होने की संभावना से किसानों मे मायूसी है। उन्होंने डीएम से जल निकासी की व्यवस्था करवाने की माग की है। उधर, रतवारा चौर की जलनिकासी को अवरुद्ध होने से धान का अता-पता तक नहीं है। समाजसेवी योगेंद्र साह ने सीओ ललित कुमार सिंह को शिकायत पत्र देकर अविलंब जलनिकासी की व्यवस्था कराने की माग की है।


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