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मुजफ्फरपुर में आयुष्मान भारत योजना का बुरा हाल, जानिए अब तक किस तरह का रहा है प्रदर्शन

जिले में 28 लाख 08 हजार 508 लक्षित लाभुकों में से मात्र 5.59 फीसदी को ही मिला गोल्डन कार्ड। 10 निजी अस्पतालों में जिले में आयुष्मान योजना के लाभुकों की इलाज की व्यवस्था।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 05 Jan 2020 02:46 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jan 2020 02:46 PM (IST)
मुजफ्फरपुर में आयुष्मान भारत योजना का बुरा हाल, जानिए अब तक किस तरह का रहा है प्रदर्शन
मुजफ्फरपुर में आयुष्मान भारत योजना का बुरा हाल, जानिए अब तक किस तरह का रहा है प्रदर्शन

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी सेहत बीमा योजना आयुष्मान भारत का जिले में बुरा हाल है। योजना के तहत लक्ष्य के विरुद्ध महज 15 फीसदी परिवार एवं पांच फीसदी लोगों को ही लाभ प्राप्त हो रहा है। जिले में 5,20,094 परिवारों के 28,08,502 लोगों को योजना में शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। योजना शुरू हुए एक साल से ऊपर हो चुका, लेकिन अब तक सिर्फ 80,575 परिवारों के 1,57,164 लोगों को इलाज के लिए गोल्डन कार्ड जारी हुआ है। प्रतिशत में बात करे तो स्वास्थ्य विभाग लक्ष्य के विपरीत 15 फीसदी परिवारों के पांच फीसदी लोगों को ही कार्ड जारी किए हैं। सबसे खराब हाल शहरी क्षेत्र का है। यहां अधिकतर लाभुक गोल्डन कार्ड से वंचित हैं।

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जिले के सरकारी के अलावा दस निजी अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना के इलाज की व्यवस्था है। अब तक योजना के तहत जिले के 14,074 लोगों का इलाज हो चुका है। इस मद में सरकार अस्पतालों को 9.83 करोड़ से अधिक रुपये का भुगतान कर चुकी है। वहीं, निजी अस्पतालों में अब तक 5,458 लाभुकों का इलाज हुआ। इसमें 2,61,11,480 रुपये का भुगतान किया जा चुका है। वहीं 18 सरकारी अस्पतालों में 8616 लाभुक का इलाज हुआ और 7,22,72,503 रुपये का भुगतान हुआ है।

दस निजी अस्पतालों को 2.61 करोड़ का भुगतान

आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में दस निजी अस्पतालों में लाभुकों को गोल्डन कार्ड के आधार पर इलाज की सुविधा है। योजना शुरू होने के बाद से अब तक निजी अस्पतालों में 5,458 लाभुक अपना इलाज करा चुके हैं। इस मद में सरकार निजी अस्पतालों को 2,61,11,480 रुपये का भुगतान कर चुकी है।

सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि गोल्डन कार्ड बनाने का काम तेजी से किया जाएगा। पंचायती राज विभाग से समन्वय स्थापित कर पंचायत स्तर पर कार्ड बनाए जाएंगे। निगम में भी कार्ड बनाने की व्यवस्था की जाएगी। डाटा ऑपरेटरों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

अस्पताल            लाभुक            भुगतान

एवन जीवनदायिनी अस्पताल : 52 : 7,17,000 रु.

- एएसजी अस्पताल : 143 : 10,74,300 रु.

- अशोका अस्पताल : 1109 : 68,98,886 रु.

- आयुष्मान हॉस्पिटल : 79 : 10,78,500 रु.

- बथुआ नर्सिंग होम : 101 : 10,67,00 रु.

- इंदिरा सेवा संस्थान : 59 : 7,35,200 रु.

- मिश्रा मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल : 12,12,000 रु.

- प्रशांत मेमोरियल हॉस्पिटल : 3724 : 1,22,53,450 रु.

- संजीवनी क्लीनिक व नर्सिंग होम : 83 : 9,19,144 रु.

- श्री सिद्धि विनायक हॉस्पिटल : 16 : 1,55,800 रु.


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