आयुर्वेद के नुस्खे मधुमेह के इलाज में रामबाण
मधुमेह साइलेंट किलर है। हर उम्र के लोग इस जानलेवा बीमारी की गिरफ्त में हैं। बड़ी तादाद में नई पीढ़ी भी इसकी चपेट में आती जा रही।
मुजफ्फरपुर। मधुमेह साइलेंट किलर है। हर उम्र के लोग इस जानलेवा बीमारी की गिरफ्त में हैं। बड़ी तादाद में नई पीढ़ी भी इसकी चपेट में आती जा रही। बेतरतीब जीवन शैली, जंक फूड का सेवन इसकी वजह है। जानकारों का दावा है कि इसके इलाज में आयुर्वेद रामबाण सरीखा है। इस पद्धति में पथ्य, जैव शुद्धिकरण प्रक्रियाएं यानी पंचकर्म, दवा और व्यायाम के माध्यम से इलाज किया जाता है, जो कारगर है। बड़ी बात यह कि इसका साइड इफेक्ट भी नहीं।
पानी टंकी चौक स्थित जनक आयुर्वेद अनुसंधान केंद्र के आयुर्वेदाचार्य डॉ.ललन तिवारी बताते हैं कि हमें खानपान का खास ध्यान रखना चाहिए। खासकर ऐसे लोग जिनकी यह आनुवंशिक समस्या हो। यह अंधापन, गुर्दे की बीमारी, संक्रमण, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, अंग विच्छेदन आदि बीमारियों को न्योता देता है। यदि एक साल के अंदर का रोग हो तो दवा, परहेज और योग से पूर्णतया निरोग होने की संभावना रहती है। किंतु इससे अधिक समय के रोग के लिए लंबी अवधि या फिर आजीवन दवा का सेवन करना पड़ सकता है।
इसके रोगियों को धान व ईख से बने और जमीन के अंदर उगने वाले खाद्य पदार्थो से परहेज करना चाहिए। सुबह का टहलना मधुमेह रोगियों के लिए काफी फायदेमंद है।
मधुमेह इलाज के देसी नुस्खे :
- अधिक पानी पीएं। भोजन हल्का ही लें। सलाद में खीरे की मात्रा बढ़ाएं।
- गाजर-पालक का रस पीएं।
- हरी सब्जियां जैसे लौकी, पालक, पपीता आदि का सेवन अधिक करें।
- शलगम का सेवन करें।
- जामुन मधुमेह रोगियों के लिए रामबाण है। जामुन की छाल, रस और गूदा बेहद फायदेमंद है। इसकी गुठली का चूर्ण दिन में दो से तीन बार, तीन ग्राम की मात्रा में पानी के साथ सेवन करने से मूत्र में शुगर की मात्रा कम होती है।
- करेले का रस या उबाले गए करेले का पानी रोज पीएं।
- मेथी दानों का चूर्ण बनाकर प्रतिदिन दो चम्मच खाली पेट पानी के साथ लें।
- सुबह आधा कप अमृता का स्वरस पीएं।
- सदाबहार फूल की 11 पत्तियों को चबाकर पानी पी लें।
- भांट का पांच टूसा रोज चबाकर पानी पी लें।
- यदि रोग पुराना हो गया हो तो नीम, जामुन, अर्जुन, सदाबहार, मेथी, गुरमार, तुलसी, बेलपत्र, गिलोय और बसंत कुसुमाकर का मिश्रण बनाकर एक-एक चम्मच तीन बार खाने से मधुमेह ठीक रहता है।