दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन की फोटोग्राफी कर दुबई भेजता था युवक, गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सामने आई ये बातें...
एयरफोर्स स्टेशन की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी दुबई भेजने के बाद साक्ष्य को डिलीट कर देता था युवक गिरफ्तार। फेसबुक आइडी में पाकिस्तान समर्थन में मिला है कई कॉमेंट। जानिए मामला...
दरभंगा, जेएनएन। यूपी के बनारस से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ एजेंट राशिद की गिरफ्तारी के दूसरे ही दिन दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन की फोटोग्राफी करने के आरोप में स्थानीय युवक की गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया है। पकड़े गए लहेरियासराय थाना क्षेत्र के सासुपन निवासी मो. अंजूम जेबा के पुत्र मो. इरफान दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर व्हाट्सएप के माध्यम से दुबई में रह रहे अपने भाई आरिफ बिल्ला को भेज रहा था। यह काम करते हुए आरोपित को रंगे हाथ दबोच लिया गया। जब्त किए मोबाइल से कई संदिग्ध साक्ष्य मिले है, जिसे विधि विज्ञान प्रयोगशाला से जांच कराने की तैयारी है।
फोटो दुबई भेज कर देता था डिलीट
गंभीर मामले को देखते हुए घंटों इंटेलीजेंस ब्यूरो की टीम आरोपित से पूछताछ की। उसके मोबाइल के डाटा को खंगाला। फिलहाल कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर फटाफट दुबई भेजने और उसे डिलीट करने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। दरअसल, बनारस में पकड़े गए आइएसआइ एजेंट राशिद से पूछताछ में फैजाबाद मिलिट्री इंटेलीजेंस को जो दो दिन पहले जानकारी मिली वह होश उड़ाने वाली है।
राशिद के पास आगरा, बनारस, प्रयागराज व गोरखपुर के प्रमुख स्थलों सहित अयोध्या यलोजोन, फैजाबाद व अमेठी सैन्य इलाके की तस्वीरें मिली हैं। वह रामजन्म भूमि की ओर जाने वाले इंट्री प्वाइंट व अन्य क्षेत्रों की तस्वीरें पाकिस्तान भेज चुका है। इसे देखते हुए दरभंगा की पुलिस कोई चूक करना मुनासिब नहीं समझ रही है।
मिली थी एयरपोर्ट उड़ाने की धमकी
दरभंगा एयरपोर्ट को 26 नवंबर 2018 को उड़ाने की धमकी भी मिल चुकी है। गुपचुप रेकी करना आतंकी साजिश की आशंका को और भी पुख्ता करता है। बता दें कि पकड़े गए आरोपित इरफान ने सबसे पहले दो नंबर गेट की तस्वीर ली इसके बाद एक नंबर की। बाद में बाहर से ही रनवे की तस्वीर कैमरे में कैद कर रहा था। पूरी हरकत सीसीटीवी में कैद हो गई और अंदर से सुरक्षा कर्मी निकलकर उसे बड़े ही आराम से दबोचने में कामयाब हो गए।
दरभंगा एयर फोर्स स्टेशन से पूछताछ के बाद आरोपित इरफान को केवटी थाने पुलिस के हवाले कर दिया गया, जहां एसएसपी बाबू राम ने सदर एसडीपीओ अनोज कुमार को पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया। सोमवार की देर रात उससे पूछताछ की गई। सदर एसडीपीओ कुमार ने बताया कि मामला संदिग्ध है। फिलहाल उसे जेल भेजा गया है। लेकिन, प्रतिबंधित मामले की जांच की जा रही है।
दरभंगा सिटी चैनल के लिए करता है काम
पूछताछ के क्रम में इरफान ने बताया कि वह यूटयूब दरभंगा सिटी चैनल के लिए काम करता है, जिसका संचालन दुबई में बैठा उसका भाई आरिफ बिल्ला करता है। आरिफ डेढ़-दो साल से दुबई में रहता है। सूत्रों की मानें तो जांच में आरिफ के नाम से एक फेसबुक आइडी मिली है, जिसमें पाकिस्तान समर्थन में कई कॉमेंट देखने को मिला है।
दरभंगा सिटी यूटयूब चैनल के 85 हजार फॉलोअर्स में कई पाकिस्तानी लोग शामिल हैं। जांच में यह भी पता चला कि इरफान सिवान के रहने वाले मो. जाहिद नामक एक किन्नर से घंटों बात कर रहा है। उसका नंबर इरफान अपने मोबाइल में मो. सोना के नाम से सेव कर रखा है। सख्ती से पूछताछ के बाद उसने बताया कि जाहिद से वह दो वर्षों से जुड़ा हुआ है और उसी के कहने पर वह प्रतिबंधित क्षेत्र की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर भेजने का काम करते हैं।
मोबाइल में कई ऐसा नाम सामने आया है जो चौंकाने वाला है। इसमें कई लोग उसे आर्थिक मदद भी करता है। पूछताछ में इरफान कभी जाहिद उर्फ सोना तो कभी अपने भाई के लिए काम करने की बात कहता रहा। बार-बार अपना बयान बदलता रह। बताया जा रहा है कि जरूरत पडऩे पर पुलिस इरफान को फिर से रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है।
युवक को भेजा गया जेल
दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन की फोटोग्राफी करते पकड़े गए युवक को केवटी पुलिस ने पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पकड़े गया युवक लहेरियासराय थाना क्षेत्र के किलाघाट चौक निवासी मो. अंजूम जेबा का पुत्र मो. इरफान है। इसके खिलाफ एयरफोर्स के सिक्योरिटी ऑफिसर एचएस चाहर ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। संगीन मामला को देखते हुए इरफान पर विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में कहा गया हैं कि आरोपित एयरफोर्स स्टेशन की मेन गेट और रनवे की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर दुबई में रह रहे अपने भाई को व्हाट््सएप भेज रहा था।
पहले भी कई लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी मामले में पहले भी कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। 16 अक्टूबर 2018 को मेन गेट के नजदीक से सेल्फी खींचने के आरोप में मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र के बडऱी कोठी गांव निवासी मो. सरफराज को गिरफ्तार किया गया था। वहीं 2 फरवरी 2016 को तस्वीर खींचने के आरोप में जम्मू-कश्मीर के चार युवकों को पकड़ा गया था।