Samastipur News : मां को प्रताडि़त करने से रोका था तो भाई ने अपनी पत्नी संग मिलकर कर दी थी हत्या, अब दोनों को आजीवन कारावास
समस्तीपुर जिले के हथौड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गतगंगोली गांव में पांच वर्ष पूर्व भाई की हत्या मामले की सुनवाई करते हुए एडीजे द्वितीय राजीव रंजन सहाय ने हत्यारे भाई व उसकी पत्नी को सश्रम आजीवन कारावास तथा पांच हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है।
समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। पांच वर्ष पूर्व हथौड़ी थाना क्षेत्र के गंगोली गांव में भाई की चाकू गोदकर हत्या मामले की सुनवाई करते हुए एडीजे द्वितीय राजीव रंजन सहाय ने हत्यारे भाई व उसकी पत्नी को सश्रम आजीवन कारावास तaथा पांच हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है।
आजीवन कारावास के साथ पांच हजार का अर्थदंड भी :
हथौड़ी थाना कांड संख्या 53/16 से संबंधित सत्रवाद संख्या 607/16 में सजा के बिंदु पर सुनवाई के पश्चात अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय ने स्व. मिश्री मंडल के पुत्र राम उदगार मंडल एवं उसकी पत्नी दामोदर देवी को भादवि की धारा 302/ 34 के तहत उक्त सजा सुनाई है। जिसमें दोनों को सश्रम आजीवन कारावास के साथ साथ पांच पांच हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है। जुर्माने की राशि अदा नहीं करने पर छह माह के अतिरिक्त साधारण कारावास की भी सजा भुगतनी पड़ेगी।
सुनवाई के दौरान काफी संख्या में दोनों पक्ष के लोग थे मौजूद :
मामले की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष से अपर लोक अभियोजक राम कुमार तथा बचाव पक्ष से त्रिपुरारी प्रसाद सिंह ने अपनी-अपनी दलीलें पेश की। शुक्रवार को उक्त मामले की सुनवाई के दौरान काफी संख्या में दोनों पक्ष के लोग मौजूद थे।
मां को प्रताडि़त करने से रोका तो भाई ने कर दी थी हत्या :
बता दें कि मृतक मन्नू मंडल के पुत्र लालन कुमार मंडल द्वारा हथौड़ी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, जिसमें लालन ने अपने चाचा, चाची एवं चचेरे भाई जयकुमार को आरोपित किया था। घटना का समय 15 जून 2016 की शाम बताते हुए कहा कि उसके पिताजी अपने दरवाजे पर बैठे थे। उसी बीच तीनों आरोपित पहुंचे और मारपीट करते हुए गाली-गलौज करने लगे। इसी बीच चाचा राम उदगार मंडल द्वारा जेब से चाकू निकाल कर पिता पर प्रहार करने लगा। बुरी तरह जख्मी हालत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिवाजीनगर ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के पश्चात चिकित्सकों ने डीएमसीएच रेफर कर दिया। वहां ले जाने के क्रम में रास्ते में ही पिता ने दम तोड़ दिया। लालन ने घटना का कारण राम उदगार मंडल एवं उसकी पत्नी द्वारा दादी को घर से बाहर कर देने पर पिता द्वारा किया जाने वाला विरोध बताया। पिता पंचायत के माध्यम से दादी को पुन: घर पर लाएा थे। इसीसे आक्रोशित होकर चाचा-चाची एवं चचेरे भाई ने इस जघन्य घटना को अंजाम दिया था।