मनिका मन के समीप श्मशान में नहीं बनेगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
मुजफ्फरपुर मुशहरी प्रखंड मुख्यालय स्थित श्मशान घाट पर वाटर ट्रीटमेंट प्लाट लगाने के मामले प्रशासन ने घोषणा की कि वहां प्लांट नहीं लगेगा।
मुजफ्फरपुर : मुशहरी प्रखंड मुख्यालय स्थित श्मशान घाट पर वाटर ट्रीटमेंट प्लाट लगाने के मामले में लोगों के विरोध को देखते हुए अंतत: जिला प्रशासन ने रविवार को घोषणा कर दी कि श्मशान घाट में वाटर ट्रीटमेंट प्लाट नहीं बनेगा। इसके लिए दूसरी जगह चिन्हित की जाएगी। 24 दिसंबर को मुख्यमंत्री के संभावित प्रखंड आगमन पर रविवार की शाम 4 बजे से प्रखंड सभागार में प्रखंड प्रमुख पप्पू कुमार की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों, श्मशान बचाओ संघर्ष मोर्चा के नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई जिसमें जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष, एसएसपी जयंत कात, एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार, विधायक बेबी कुमारी शामिल हुईं। एसडीओ पूर्वी ने श्मशान में वाटर ट्रीटमेंट प्लाट बनाने का विरोध करने से संबंधितं सभी पहलुओं पर लोगों से विचार प्रकट करने को कहा। जिला पार्षद रूदल राम ने कहा कि यह दर्जन भर गांवों का एकमात्र श्मशान है। साथ ही हिदुओं का विषहर स्थान भी इसी में है जहा बड़ा मेला लगता है। दशहरे में रावण वध भी यहीं होता है। श्मशान के अस्तित्व को बचाने के लिए यहां वाटर ट्रीटमेंट प्लाट नहीं बनाया जाए। पूर्व जिला पार्षद मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि 2017 की भीषण बाढ़ में मणिका मन ही है जिसने 8 घटे तक बाढ़ के पानी को रातभर रोक कर रखा जिससे लोगो को बच निकलने का मौका मिला। इससे कई गाव का अस्तित्व बच गया। उन्होंने वाटर ट्रीटमेंट प्लाट की बजाए मणिका मन मे जल संचय, सौंदर्यीकरण, तिरहुत नहर से जोड़कर सिंचाई की व्यवस्था करने की माग की। उन्होंने मन से गाद की निकासी, पार्क, मत्स्यपालन व नरौली में कृषि विभाग की जमीन पर स्टेडियम निर्माण की माग की। विधायक बेबी कुमारी ने कहा कि मणिका मन के सौंदर्यीकरण का प्रस्ताव पूर्व से लंबित है। पर्यटन विभाग ने इसे झील का दर्जा दिया है। इसका सौंदर्यीकरण कराया जाए। साथ ही शिलान्यास का विरोध करने वाले नेताओं के विरुद्ध दर्ज मुकदमे को वापस लेने की भी माग की। इसपर डीएम आलोक रंजन घोष ने कहा कि श्मशान, कब्रिस्तान, पोखर का भिंडा पर कोई भी संरचना नहीं की जा सकती है। इसपर राज्य सरकार का स्पष्ट आदेश है। अगर करना भी हो तो ग्राम पंचायत से प्रस्ताव पारित होने चाहिए। इसपर एनओसी संशय में दे दिया गया। यहा की वस्तुस्थिति की जानकारी पूर्व से उन्हें नहीं थी। इस स्थल पर एसटीपी का निर्माण नहीं किया जाएगा। इसके लिए दूसरे स्थल का चयन किया जाएगा। उसके बाद उन्होंने श्मशान घाट व मन का निरीक्षण किया। बताया कि यह स्थल रमणीय है। यहा पर शहर की तरह इको पार्क का निर्माण किया जा सकता है। 24 को सीएम का प्रखंड क्षेत्र में संभावित कार्यक्रम है। उनके आगमन पर जल जीवन हरियाली योजना के तहत मणिका मन मे जल संचय, वृक्षारोपण व सौंदर्यीकरण का प्रस्ताव देंगे। उन्होंने तत्काल प्रह्लादपुर मुखिया को मनरेगा से 3 यूनिट में 600 पॉपुलर, जामुन, नीम आदि पौधों का रोपण कराने का निर्देश दिया। उन्होंने श्मशान के किनारे सीढ़ी घाट व शौचालय बनवाने की भी घोषणा की। यह एक आकर्षक पर्यटन स्थल हो सकता है। डीएम ने मन किनारे जमीन की चहारदीवारी व भवन बना देख सरकारी जमीन के अतिक्रमण की आशंका जताई। इसपर माले नेता शत्रुघ्न सहनी ने कहा कि मणिका मन में सरकारी जमीन का कई रैयतों ने अपने नाम सर्वे करवा लिया है। डीएम ने एसडीओ को निर्देश दिया कि मणिका मन की मापी करवाकर अतिक्रमित जमीन मुक्त कराई जाए। मौके पर पूर्व जिप मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह व पूर्व मुखिया प्रियदर्शनी शाही ने प्रशासन द्वारा नेताओं पर दर्ज कराए गए मुकदमे को वापस लेने की माग की। एसएसपी ने कहा कि 24 को सीएम के कार्यक्रम के बाद पर्यवेक्षण कराकर केस समाप्त करा दिया जाएगा। मौके पर बीडीओ रवि रंजन, विधायक प्रतिनिधि सतीश कुमार, जिला पार्षद अमित कुमार सहित श्मशान बचाओ संघर्ष मोर्चा के रामवृक्ष राम, राजकुमार कुशवाहा, मो जब्बार, राजद अध्यक्ष उमाशकर राय, भाजपा नेता संचित शाही, विनय कुमार सिंह, लालबाबू ठाकुर, उदय ठाकुर, परशुराम पाठक, नवीन शाही, अनिल कुमार, दीपक कुमार, मो तैयब अंसारी आदि भी थे।