Samastipur: हरपुर सैदाबाद में निर्माण से पहले ही धराशाई होने लगा पशु शेड, घटिया निर्माण कार्य की शिकायत
समस्तीपुर के हरपुर सैदाबाद में पशुशेड के घटिया निर्माण की खुली पोल। 1.67 लाख की राशि से बन रहा था पशुशेड। गड़बड़ी की जांच पर उठने लगा प्रश्न। घटिया निर्माण कार्य की शिकायत। मनरेगा के इस कार्य में बड़े गबन की आशंका।
शाहपुर पटोरी (समस्तीपुर), जासं। मनरेगा के तहत बनने वाले पशुशेड के घटिया निर्माण होने और बड़े गबन की आशंका व्यक्त करते हुए उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई है। इस संबंध में कहा गया है कि पटोरी प्रखंड के हरपुर सैदाबाद पंचायत में मनरेगा की राशि से निर्माणाधीन पशु शेड इतना कमजोर है कि महज बकरी के धक्के से ही धराशाई हो गया। निर्माण में घटिया ईंट, सफेद बालू, कम मात्रा में सीमेंट का तो प्रयोग किया ही गया है। और तो और दस इंच की जगह सिर्फ पांच इंच की जोड़ाई की गई। इस पशु शेड का निर्माण मनरेगा की राशि से कराया जा रहा है, जिस पर कुल 1.67 लाख रुपए खर्च किए जाने हैं।
पंचायत के मुखिया अवधेश राय ने बताया कि पशुशेड के निर्माण में मानक के अनुरूप ईंट और बालू का उपयोग किया गया है परंतु निर्माण की प्राक्कलन राशि काफी कम होने के कारण दीवार की मोटाई कम करनी पड़ी। मनरेगा के पीओ मनोरंजन कुमार रंजन ने बताया कि गड़बड़ी की शिकायत पूर्व में ही मिली थी। शिकायत मिलने के बाद डीपीओ, मनरेगा एवं कार्यपालक अभियंता की टीम निर्माण कार्य की जांच भी कर रही है। लोगों ने जांच के निष्पक्ष होने पर भी आशंका जाहिर की है।
बुधवार को जिस पशु शेड का पिलर गिरा है, उसकी भी जांच करायी जाएगी। गड़बड़ी मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि सिर्फ हरपुर सैदाबाद पंचायत में 200 से अधिक पशुशेड का निर्माण मनरेगा की राशि से कराया जा रहा है। सभी पशु शेड के निर्माण में ऐसे ही कार्य हो रहा है। साथ ही अब सिर्फ प्लास्टर एवं एस्बेस्टस डाले जाने का कार्य ही बाकी रह गया है। पशुओं को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से किसानों के आग्रह पर उनकी निजी भूमि पर मनरेगा की राशि से पशुशेड बनाने की योजना के तहत निर्माण कराया जा रहा है।
एक पशु शेड के निर्माण के लिए मनरेगा द्वारा 1.67 लाख रुपए की राशि निर्धारित है। की गई शिकायत में यह भी कहा गया कि इससे पूर्व भी इस पंचायत में निर्माणाधीन कई पशु शेड की दीवारें निर्माण कार्य पूरा होने से गिर चुकी हैं। आशंका व्यक्त की गई है कि पशु शेड निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपए के बंदरबांट किया जा रहा है। लोगों ने इस शेड की गुणवत्ता की जांच कराने की मांग की है।