दरभंगा के घनश्यामपुर सीएचसी से नहीं मिली एंबुलेंस, तड़प-तड़कर मर गई प्रसव पीडि़ता
Darbhanga News घनश्यामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं रहने के कारण स्वजनों को निजी गाड़ी से ले जाने को कहा गया। लेकिन लॉकडाउन व रात के कारण कारण अथक प्रयास के बावजूद निजी गाड़ी नहीं मिली।
दरभंगा, जासं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कर्मियों की लापरवाही के कारण एंबुलेंस नहीं मिलने के बाद प्रसव के दौरान सविता कुमारी की मौत हो गई। प्रसव के लिए पुनहद निवासी सविता कुमारी को डीएमसीएच ले जाना था। लेकिन, घनश्यामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं रहने के कारण स्वजनों को निजी गाड़ी से ले जाने को कहा गया। लेकिन, लॉकडाउन व रात के कारण कारण अथक प्रयास के बावजूद निजी गाड़ी नहीं मिली। एंबुलेंस के लिए अस्पताल कर्मियों के द्वारा कई बार हेल्थ मैनेजर मनोज कुमार राय से मोबाइल पर संपर्क किया गया। लेकिन, प्रबंधक के द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। एएनएम रीना कुमारी जीएनएम सोनी कुमारी व जीएनएम चांदनी ने बताया कि लगातार रक्त स्त्राव होने के कारण जैसे-जैस ब्लड कम होता चला गया वैसे ही धीरे-धीरे सविता शांत हो गई।
महिला की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने विभागीय कार्यवाही से बचने के इंतजाम किए। मृत महिला के पिता सोहन दास ने बताया कि अस्पताल कर्मियों ने उनकी पत्नी से अंगूठा निशान ले लिया। बेटी की मृत्यु हो जाने के कारण वह बदहवास थी और कर्मियों के द्वारा उसे अंगूठा लगाने की बात कही गई नहीं तो वह फंस जाएगी। जिसके बाद पीडि़ता ने आनन-फानन में अस्पताल कर्मियों के कहने पर अंगूठा का निशान लगा दिया। महिला की मौत के बाद अब उसकी दूधमुंही बच्ची अपने पिता के भरोसे होकर रह गई है। इस संदर्भ में चिकित्सा प्रभारी डॉ नवल किशोर प्रसाद से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि एंबुलेंस इत्यादि की व्यवस्था स्वास्थ्य प्रबंधक के जिम्मे है। घटना दुखद है। इस बारे में वरीय अधिकारियों को जानकारी दी जाएगा।