मुजफ्फरपुर में सड़क निर्माण में अनियमितता का आरोप, बीडीओ व डीएम से शिकायत
रजवाड़ा भगवान पंचायत का मामला सात निश्चय योजना से हो रहा काम। रजवाड़ा भगवान पंचायत के वार्ड 8 के माईस्थान चौक से बलिराम सहनी के घर तक हो रहे पीसीसी निर्माण में मात्र दो इंच ढलाई का आरोप है।
मुजफ्फरपुर, जासं। मुशहरी प्रखंड की रजवाड़ा भगवान पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना से सड़क के पीसीसी निर्माण कार्य में अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कार्यस्थल पर विरोध जताया। रजवाड़ा भगवान पंचायत के वार्ड 8 के माईस्थान चौक से बलिराम सहनी के घर तक हो रहे पीसीसी निर्माण में मात्र दो इंच ढलाई का आरोप है। मुखिया पति शिवनाथ राय ने लोगों की शिकायत सुनी और उन्हेंं संतुष्ट करने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित नहीं माने। इसकी शिकायत बीडीओ, जेई और डीएम को वाट्सएप व मेल से की। साथ ही कार्रवाई का अनुरोध किया है। शिकायत करने वालों में पंच महेंद्र राम, धर्मेंद्र सहनी, बलिराम सहनी, अमर सहनी, राजकुमार सहनी व बेबी देवी आदि हैैं। बीडीओ महेश चंद्र ने बताया कि जांच कराई जाएगी।
25 माह से ग्राम कचहरी सचिवों व न्यायमित्रों का मानदेय बकाया
औराई (मुजफ्फरपुर): ग्राम कचहरी में लोगों को सस्ता व सुलभ न्याय देने में मदद करने वाले पंचायती राज विभाग से बहाल ग्राम कचहरी सचिवों व न्यायमित्रों को 25 माह के बकाये मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। इससे कोरोना काल में इनके परिवार भुखमरी की दलहीज पर पहुंच गए हैं। प्रखंड ग्राम कचहरी सचिव संघ अध्यक्ष फिरोज अख्तर व न्यायमित्र संघ सचिव सतीश कुमार ने वरीय पदाधिकारियों से अविलंब मानदेय दिलाने की गुहार लगाई है। ऐसा नहीं होने पर दर्जनों लोगों के परिवारों के चूल्हा बंद होने की बात कही है। इन लोगों का कहना है कि 20 मार्च को पंचायती राज विभाग ने मानदेय भुगतान के लिए राशि रिलीज की थी, लेकिन अब तक मानदेय का भुगतान न होना वरीय पदाधिकारियों व विभाग की लापरवाही दर्शाता है। विभागीय उदासीनता से इन लोगों के समक्ष पेट व परिवार चलाने की चुनौती मुंह बाए खड़ी है। ग्राम कचहरी सचिव मनोज राम ने बताया कि एक सप्ताह में मानदेय का भुगतान नहीं होता है तो परिवार समेत आत्मदाह कर लेंगे। बीडीओ विनोद कुमार प्रसाद ने बताया कि मानदेय की राशि अभी प्राप्त नहीं हुई है। राशि मिलते ही भूगतान कर दिया जाएगा। विदित हो कि कचहरी सचिवों को विभाग छह व न्यायमित्रों को सात हजार रुपये मानदेय के रूप में देता है।