मधुबनी के अजय कुमार झा अमेरिका सहित दर्जनों देशों में लहरा रहे मिथिला की सभ्यता-संस्कृति का परचम
मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड के डुमरा गांव मूल निवासी अजय कुमार झा तीन दशक से अमेरिका में फार्मा डिस्टीब्यूटर्स कारोबार से जुड़े है। ये 35 देशों में मिथिला पेङ्क्षटग के प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। मैथिल युवकों पर केंद्रित एक फिल्म का निर्माण भी कर रहे।
मधुबनी, [कपिलेश्वर साह]। अपने अच्छे संस्कार, सूझबूझ और मिथिला की समृद्ध कला-संस्कृति की बदौलत मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड के डुमरा गांव मूल निवासी अजय कुमार झा अमेरिका सहित 35 देशों में अपनी कारोबारी उपलब्धि का का डंका बजा रहे हैं। करीब तीन दशक से साउथ अमेरिका में रह रहे अनिवासी भारतीय अजय फार्मा डिस्टीब्यूटर्स कारोबार से जुड़े है। 53 वर्षीय श्री झा भारत सरकार का लाइन ऑफ क्रेडिट कार्य भी देखते हैं।
पैतृक गांव डुमरा सहित मधुबनी जिले के विकास में दिलचस्पी :
विदेशी धरती पर अपने कारोबार की अति व्यस्तता के बीच श्री झा पैतृक गांव डुमरा सहित मधुबनी जिले के विकास में भी गहरी दिलचस्पी रखते हैं। उन्होंने बेनीपट्टी के उच्चैठ भगवती स्थान में अजेश्वर पंचमुखी शिव मंदिर का निर्माण कराया है। साथ ही मखाना के विकास के लिए पिछले कई वर्षो से अमेरिका सहित कई देशों में इसका प्रचार-प्रसार करते रहे हैं। महिला टीचर्स ट्रेङ्क्षनग कॉलेज, दरभंगा की अवकाशप्राप्त प्राचार्य विमला झा के पुत्र श्री झा अपने पिता के नाम से संचालित जागेश्वर झा मेमोरियल ट्रस्ट के माध्यम से डुमरा सहित देशभर में समाज सेवा कार्य चला रहे हैं।
पा चुके हैं अटल मिथिला सहित कई सम्मान :
देश के रक्षामंत्री राजनाथ ङ्क्षसह से दिल्ली में अटल मिथिला सम्मान के अलावा मिथिला रत्न सहित सरकारी, गैर-सरकारी स्तर पर एक दर्जन से अधिक पुरस्कारों से सम्मानित श्री झा ने विश्व के 35 देशों में मिथिला पेङ्क्षटग के प्रचार-प्रसार को आगे बढाने कोई कसर नहीं छोड़ी है। विश्व के विभिन्न देशों के भ्रमण के दौरान वे वहां पहुंचने पर लोगों को उपहार स्वरूप मिथिला पेङ्क्षटग वाली वस्तु ही भेंट करते हैं।
मैथिल युवकों पर केंद्रित एक फिल्म का निर्माण कर रहे :
अजय कुमार झा वर्तमान में मैथिल युवकों पर केंद्रित एक फिल्म का निर्माण कर रहे हैं। फिल्म का प्रदर्शन भारत सहित विश्व के 60 देशों में एक साथ होगा। फिल्म की काङ्क्षस्टग में महाकवि विद्यापति रचित गोसाउनिक गीत 'जय जय भैरवि असुर भयाउनिÓ की धुन और दो मैथिली गीतों को शामिल किया गया है। इस फिल्म का निर्माण अंतिम चरण में है।
परिवार का मिलता साथ :
मातृभाषा और मातृभूमि के विकास के लिए समर्पित श्री झा की पुत्री अनुभूति झा मॉरीशस में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहीं हैंं। पुत्र अनुभव झा ने फ्लोरिडा विश्वविद्यालय से एमटेक कम्यूटर साइंस की शिक्षा पूरी की है। श्री झा की मुहिम में पत्नी नीरा झा सहित पूरे परिवार ने हमेशा उनका साथ दिया है।