सीएम ने किया पूर्वी चंपारण के सत्तरघाट पुल निर्माण कार्य का हवाई सर्वेक्षण
चंपारण को गोपालगंज से जोडऩे के लिए गंडक नदी पर चल रहा है पुल निर्माण का काम, सीएम के हवाई सर्वेक्षण को लेकर मौजूद रहे तमाम प्रशासनिक अधिकारी, सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया प्रखंड स्थित सत्तरघाट पुल के निर्माण कार्य का हवाई सर्वेक्षण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को किया। उनका हेलीकॉप्टर 12 बजकर 27 मिनट पर पहुंचा और सत्तर घाट पुल के उपर से एक राउंड लेते हुए निकल गया। सीएम के हवाई सर्वेक्षण को लेकर जिले के अधिकारी सक्रिय रहे। निर्माण कार्य के सर्वेक्षण को लेकर कई दिनों से प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां चल रही थी। मौके पर चकिया अनुमंडल के एसडीओ संजय सिंह, केसरिया सीओ रंजन कुमार के अलावा पुल निर्माण निगम के अधिकारी मौजूद थे।
पुल व एप्रोच पथ के निर्माण कार्य चल रहा तेजी से
सत्तर घाट पुल व एप्रोच पथ के निर्माण को लेकर कार्य भी तेज गति से चल रहा है। निर्माण एजेंसी को कार्य का ससमय पूरा करने को कहा गया है। केसरिया में बन रहे पुल के आसपास भारी संख्या में सुरक्षा बल की तैनाती की गई थी।
पुल के निर्माण का सीएम नीतीश ने किया था शिलान्यास
इस पुल के निर्माण कार्य का शिलान्यास 20 अप्रैल 2012 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। जिले के केसरिया प्रखंड में गंडक नदी के सत्तरघाट पर सेतु के निर्माण का काम जारी है। करीब डेढ़ किमी लंबे इस पुल के बन जाने से जहां मोतिहारी एवं छपरा के बीच की दूरी 45 किमी कम हो जाएगी। वहीं पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, छपरा, सिवान, गोपालगंज सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई सीमावर्ती जिले लाभान्वित होंगे।
2015 में निर्माण कार्य को पूरा करने का था लक्ष्य
इस पुल के निर्माण के लिए 42 माह की समय सीमा तय थी। घोषणा की गई थी कि 15 अगस्त 2015 तक काम पूरा कर लिया जाएगा। मगर ऐसा नहीं हो सका। इसके निर्माण पर करीब तीन सौ करोड़ की लागत आएगी। उच्च स्तरीय आरसीसी पुल के निर्माण का लंबे समय से लोगों को इंतजार है। पुल के साथ पहुंच पथ एवं सुरक्षा तटबंघ भी बनाया जा रहा है।
आधा दर्जन जिलों के लोगों को मिलेगा लाभ
यह पुल बिहार के आधा दर्जन जिलों सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के सीमाई जिलों के लिए छपरा-आरा गंगा पुल से होकर ङ्क्षलक का काम करेगा। आरा, बक्सर, सासाराम, औरंगाबाद आदि जिलों तक आने-जाने के लिए यह एक वैकल्पिक मार्ग होगा। इन स्थानों की ओर जाने के लिए पटना जाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह पुल मोतिहारी की ओर एनएच-28 एवं एसएच-74 तथा छपरा की ओर लखनपुर के पास एसएच-73 को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।