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Indian Railway: त्योहार बाद परदेस लौटने वाले यात्रियों की बढ़ने लगी भीड़, कई ट्रेनों में 20 जनवरी तक सीट फुल

Indian Railway News पवन एक्सप्रेस स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस सरयुग जमुना एक्सप्रेस शहीद एक्सप्रेस सप्तक्रांति वैशाली एक्सप्रेस व अन्य ट्रेनों में 20 जनवरी तक सीट फुल। दीपावली और छठ पूजा के बाद लोगों का गांव से परदेस की ओर लौटने की भीड़ बढ़ने लगी है।

By Murari KumarEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 08:48 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 08:48 AM (IST)
Indian Railway: त्योहार बाद परदेस लौटने वाले यात्रियों की बढ़ने लगी भीड़, कई ट्रेनों में 20 जनवरी तक सीट फुल
त्योहार बाद परदेस लौटने वाले यात्रियों की बढ़ने लगी भीड़

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। दीपावली और छठ पूजा के बाद लोगों का गांव से परदेस की ओर लौटने की भीड़ बढ़ने लगी है। जिससे काउंटर पर रिजर्वेशन मिलना मुश्किल हो गया है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति के बाद भी जिले से दिल्ली लौटने वाले लोगों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। यह बात अलग है कि ट्रेन में रिजर्वेशन मिलने तक लोगों को सफर के लिए रूकना पड़ रहा है। हालांकि, कोरोना गाइडलाइंस के तहत रेल यात्रा के लिए रिजर्वेशन का प्रावधान होने से ट्रेनों में पूर्व की तरह आम यात्रियों की भीड़ नहीं देखी जा रही है। लोग छोटी से लेकर लंबी दूरी तक की यात्रा आरक्षित टिकट मिलने के बाद ही कर रहे हैं।  जानकारी के अनुसार  पवन एक्सप्रेस, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस, सरयू यमुना एक्सप्रेस, शहीद एक्सप्रेस, मुजफ्फरपुर से खुलने वाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस कटिहार से खुलने वाली वैशाली एक्सप्रेस वह अन्य ट्रेनों में बीस जनवरी तक सीट फुल हो चुकी है। 

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रिजर्वेशन फुल होने से कई समस्याएं 

देश के विभिन्न हिस्सों के लिए सफर करने के लिए रिजर्वेशन लेने वालों की स्थानीय रिजर्वेशन काउंटर पर काफी भीड़ देखी जा रही है। टिकट लेने वाले यात्री नरेश महतो ने बताया कि वैसे तो दिल्ली में कोरोना संक्रमण काफी बढ़ रहा है। लेकिन रोजी-रोटी के लिए दिल्ली जाना भी जरूरी है। वैसे बीस जनवरी के बाद का टिकट मिल रहा है। तबतक दिल्ली की स्थिति में भी सुधार हो सकती है। वहीं टिकट लेने के लाइन में खड़े  यात्री मनोज कुमार ने बताया कि मुंबई जाना है। मगर, 20 जनवरी तक रिजर्वेशन फुल होने के कारण समस्या हो रही है।दिल्ली की स्थिति पर नजर  हैं। जरूरत पड़ी तो  स्थानीय स्तर पर ही कोई कारोबार शुरू किया जाएगा। ताकि परिवार का पालन पोषण हो सके।


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