दरभंगा राजद जिलाध्यक्ष के निष्कासन के बाद पूछ रहे लोग, क्या रामनरेश ने डुबाई सिद्दीकी की नैया?
बिहार विधानसभा चुनाव में अब्दुल बारी सिद्दीकी की हार के बाद राजद के जिलाध्यक्ष हुए निष्कासित तो गरमाई दरभंगा की राजनीति। रामनरेश ने कहा- मन में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद व तेजस्वी प्रसाद के लिए अब भी सम्मान।
दरभंगा, जेएनएन। राष्ट्रीय जनता दल के जिलाध्यक्ष राम नरेश यादव छह साल के लिए पद और पार्टी से निष्कासित किए गए हैं। जिला उपाध्यक्ष फुजैल अहमद अंसारी के अनुशंसा पर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कार्रवाई करते हुए निष्कासन का आदेश जारी किया है। आदेश में कहा है कि महागठबंधन के उम्मीदवार के खिलाफ दल विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण जिलाध्यक्ष पर कार्रवाई की गई है। रविवार को इस बात की जानकारी फैलने के साथ जिले की राजनीति गरमा गई है। सभी अपने-अपने तरीके से मामले की समीक्षा कर रहे हैं। कुछ लोग अब इसे स्पष्ट रूप से केवटी में कद्दावर नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी की हार से जोड़कर देख रहे हैं। पूछ रहे हैं कि क्या रामनरेश की वजह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा? वायररल ऑडियो की प्रमाणिकता को लेकर भी सवाल पूछे जा रहे हैं।
एक ऑडियो वायरल हुआ था
याद रहे कि विधानसभा चुनाव में केवटी विधानसभा से राजद के कद्दावर नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी चुनाव लड़ रहे थे। इस चुनाव में उनकाेे हार का सामना करना पड़ा। यहां से भाजपा के डॉ. मुरारी मोहन झा चुनाव जीतकर विस पहुंचे हैं। चुनाव बाद जिलाध्यक्ष का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उनके द्वारा दल विरोधी बात करने और राजद प्रत्याशी का विरोध किए जाने का मामला सामने आया था। सिद्दीकी चुनाव हार गए थे। इसके बाद से लगातार ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसको लेकर पार्टी नेतृत्व गंभीर हुआ और उपरोक्त कार्रवाई की गई।
दल से निष्कासन हुआ दिल से नहीं
इधर, निष्कासन के सवाल पर रामनरेश यादव ने कहा कि पार्टी से निष्कासन हुआ है, लेकिन अब भी दिल में पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के प्रति सम्मान है। दल से निष्कासन हुआ है दिल से नहीं। कहा एक जमीनी कार्यकर्ता के रूप में एमएलए उम्मीदवार बनना मेरे निष्कासन का बड़ा कारण है। पहुंचवालों को मेरी उम्मीदवारी पसंद नहीं आई। समय मिलने पर मेेरे खिलाफ फर्जी ऑडियो वारयल कर जो साजिश रची गई, उसका पर्दाफाश करूंगा। मेरी निष्ठा दल के प्रति बनी रहेगी।