मुजफ्फरपुर में शराब पीने से मौत के बाद दरगाह के कई लोग छुपकर करा रहे इलाज
कुछ भी बताने से परहेज कर रहे उनके स्वजन एक शिक्षक के आंख की रोशनी नहीं लौटी घटना के बाद से एक दंपती भी गायब। धनौर के एक पंचायत शिक्षक की स्थिति गंभीर बताई गई है। वह शराब का आदी है और बगैर शराब रह नहीं सकते।
मुजफ्फरपुर, जासं। कटरा के दरगाह जहरीली शराब कांड के शिकार कई कई लोग छुपकर इलाज करवा रहे हैं। इस संबंध में उनके स्वजन कुछ भी बताने से परहेज रहे हैं जिससे मरीज की वास्तविक स्थिति रहस्यमय बनी हुई है। धनौर के एक पंचायत शिक्षक की स्थिति गंभीर बताई गई है। लोगों का कहना है कि वह शराब का आदी है और बगैर शराब रह नहीं सकते। यही कारण है 18 फरवरी को बनी देसी शराब का शिकार बन गए। अगले दिन तबीयत खराब होने के बाद स्वजन इलाज को लेकर घर से चले गए जो अबतक लौटे नहीं हैं।
जानकारों का कहना है कि उसके सिर में गांठ बन गई थी जो चोट या ब्रेन हेम्ब्रेज की पहचान है। जानकारी के अनुसार उनका ऑपरेशन हो गया है और खतरे से बाहर हैं, लेकिन बताते हैं कि आंख की रोशनी अभी नहीं लौटी है। दरगाह टोले का एक और दंपती घटना के दिन से गायब है। उसके बारे में भी कहा जाता है कि शराब सेवन के बाद ही तबीयत खराब हुई। विनोद मांझी की मौत के बाद वह डर गया और जान का खतरा महसूस कर पति-पत्नी बाहर उपचार के लिए निकल गए। प्रारंभ में कहा गया कि जाले थाना क्षेत्र के एक निजी क्लीनिक में इलाज चल रहा है। लेकिन ताजा जानकारी के अनुसार वहां से कहीं और निकल गया। स्वजन किसी जानकारी से इन्कार करते रहे। चूकि दरगाह से निर्मित शराब की खेप प्रखंड के कई भागों में बेची जाती थी, इसलिए बीमारों की संख्या बढ़ सकती है। इधर, सोनल सिंह की मौत की पुष्टि के बाद उसके गांव बड़ाडीह में सन्नाटा पसरा हुआ है।
मौत के बाद उसके दाह संस्कार में शामिल लोगों का भी कोई पता नहीं है। सोनल की अंत्येष्टि क्रिया में दो लोगों के शामिल होने की सूचना है जिसमें एक बाबा के रिश्ते में थे और दूसरा चाचा के रिश्ते में। दोनों ही घर से फरार बताए जाते हैं। उनके घर में ताला पड़ा है। पड़ोसी कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। इधर, अभियुक्तों की तलाश में कटरा पुलिस का सर्च अभियान जारी है। बड़ाडीह और दरगाह में पुलिस कैंप कर रही है। वहीं प्रखंड के बसघट्टा, पहसौल, नगवारा, यजुआर, लखनपुर आदि में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। लोगों का कहना है कि मुख्य आरोपित मुकेश सिंह इतना शातिर है कि घटना के बाद उसने दूसरे प्रदेश में पनाह ले रखा होगा। क्योंकि पिछली बार एक आपराधिक मामले में झारखंड से गिरफ्तार हुआ था। वह अपनी रणनीति के बारे में शागिर्दों को भी नहीं बताता था जिससे उसके सही ठिकाने का पता लगाना टेढी खीर है। हालांकि, पुलिस उसके संबंध में जानकारी जुटाने में दिन रात जुटी है।