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बाढ़ की स्थिति देख अभियंताओं के मुख्यालय छोडऩे पर रोक Muzaffarpur News

24 घंटे में पानी छोडऩे को लेकर अलर्ट जारी किया गया। जिलाधिकारी ने जारी किया आदेश। कहा- सतर्कता व निगरानी बरतने की जरूरत। तीन प्रखंडों में बाढ़ की स्थिति गंभीर।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 16 Jul 2019 09:08 AM (IST)Updated: Tue, 16 Jul 2019 09:08 AM (IST)
बाढ़ की स्थिति देख अभियंताओं के मुख्यालय छोडऩे पर रोक Muzaffarpur News
बाढ़ की स्थिति देख अभियंताओं के मुख्यालय छोडऩे पर रोक Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए सभी पदाधिकारियों व अभियंताओं के मुख्यालय छोडऩे पर भी रोक लगा दी गई है। डीएम आलोक रंजन ने जारी आदेश में कहा कि सभी कार्यकारी विभागों के कार्यपालक, सहायक व कनीय अभियंता किसी भी परिस्थिति में मुख्यालय से अनुपस्थित नहीं रहेंगे। आकस्मिक स्थिति में उनसे संपर्क करने के बाद ही मुख्यालय छोड़ सकेंगे। वहीं नेपाल द्वारा नदियों में अगले 24 घंटे में पानी छोडऩे को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। डीएम ने सभी अंचलाधिकारियों के भी मुख्यालय छोडऩे पर रोक लगा दी है। साथ ही अपने-अपने क्षेत्र में सतर्कता व निगरानी बरतने को कहा है।

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मालूम हो कि जिले के तीन प्रखंड कटरा, औराई व गायघाट में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। वहीं बूढ़ी गंडक व गंडक के जलस्तर में भी वृद्धि दर्ज की गई है। इसे देखते हुए कुछ और प्रखंड के बाढ़ की चपेट में आने की आशंका है।

गांवों में अधिकारियों ने किया कैंप

रविवार देर रात डीएम की आपात बैठक के बाद सोमवार सुबह से सभी पदाधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया गया है। डीएम भी गांवों के हालात का जायजा ले रहे। बांधों व शरणस्थली पर सामुदायिक रसोई में पीडि़त परिवारों के लिए खाना बनाया जा रहा है। आज डीएम व डीडीसी ने भी यहां भोजन किया।

फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा

बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। बाढ़ पीडि़तों को पॉलीथिन शीट्स, दूध, दवा और भोजन वितरित किया जा रहा है। डीएम कहा कि इस विषम परिस्थिति में प्रशासन पीडि़तों के साथ है। उन्होंने किसी तरह की अफवाह से बचने की अपील की है।

खाद्यान्न के साथ राहत पैकेट

बाढ़ पीडि़तों में वितरण के लिए खाद्यान्न व सूखा राहत के पैकेट रेडक्रास भवन में तैयार कराए जा रहे हैं। एक पैकेट में पांच किलो चावल, एक किलो दाल, दो किलो आलू, आधा किलो नमक व हल्दी दिए जा रहे हैं। वहीं सूखा राहत में ढाई किलो चूड़ा, एक किलो चना व आधा किलो चीनी रखा गया है।

इन पदाधिकारियों को प्रखंडों में मॉनीटगरिंग का जिम्मा

कटरा : जिला सहकारिता पदाधिकारी व डीसीएलआर पूर्वी। एडीएम राजेश कुमार प्रखंड के नोडल पदाधिकारी बनाए गए हैं।

गायघाट : जिला कृषि पदाधिकारी व अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी पश्चिमी। जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अशोक कुमार प्रखंड के नोडल पदाधिकारी बनाए गए हैं।

औराई : जिला परिवहन पदाधिकारी व जिला कल्याण पदाधिकारी। वरीय उपसमाहर्ता शिव शंकर प्रसाद प्रखंड के नोडल पदाधिकारी बनाए गए हैं।


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