BRA Bihar University: खतरे में बिहार विवि के एक दर्जन बीएड कॉलेजों की संबद्धता
B. R. Ambedkar Bihar University बिहार विश्वविद्यालय से संबद्ध एक दर्जन बीएड कॉलेजों में अयोग्य शिक्षक पढ़ा रहे हैं। एनसीटीई के दिशानिर्देशों के विपरीत शिक्षकों की हुई है नियुक्ति। एमडीडीएम कॉलेज समेत अन्य से मांगा गया है जवाब।
मुजफ्फरपुर, [अंकित कुमार]। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय से संबद्ध एक दर्जन बीएड कॉलेजों में अयोग्य शिक्षक पढ़ा रहे हैं। ये शिक्षक एनसीटीई (नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन) के मानकों को पूरा नहीं करते। एनसीटीई इन कॉलेजों को दो बार रिमाइंडर भेज चुका है। तीसरे रिमाइंडर का जवाब नहीं देने पर अगले सत्र (2021-23) से संबद्धता रद की जा सकती है।
बिहार विश्वविद्यालय से कुल 59 बीएड कॉलेज संबद्ध हैं। एनसीटीई के 2018 के रेगुलेशन के अनुसार एक सौ विद्यार्थी क्षमता वाले कॉलेज में विभागाध्यक्ष समेत कुल 14 शिक्षकों की नियुक्ति करनी है। इसके अलावा प्राध्यापक के लिए नेट या पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए, लेकिन एक दर्जन से अधिक कॉलेज इन मानकों को पूरा नहीं करते। 2018 में शुरू कई कॉलेजों में तो कई शिक्षकों के पास पीएचडी या नेट की डिग्री भी नहीं है।
बिना सत्यापन के लिस्ट एनसीटीई को भेजी
जिन कॉलेजों में मानक के अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति नहीं है, वहां से शिक्षकों की सूची बिना विश्वविद्यालय से सत्यापित कराए ही एनसीटीई भेज दी गई। ऐसे में मानक के अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति नहीं देख एनसीटीई ने संबंधित कॉलेजों से जवाब मांगा। जवाब नहीं देने पर दो महीने पहले रिमाइंडर भेजा गया। इसकी समय सीमा भी खत्म हो गई है। अब तीसरी बार रिमाइंडर भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके बाद भी यदि 21 दिनों के भीतर कॉलेज की ओर से संबंधित शिक्षकों को हटाते हुए नए सिरे से शिक्षकों की नियुक्ति करने के संबंध में जवाब नहीं दिया गया तो अगले सत्र से उनका संबंधन रद कर दिया जाएगा। एमडीडीएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ. कनुप्रिया का कहना है कि रिमाइंडर का जवाब भेजा गया है। अभी इस मामले में कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
कुलसचिव डॉ. आरके ठाकुर का कहना है कि एक दर्जन बीएड कॉलेजों में मानक के अनुसार शिक्षक नहीं होने पर रिमाइंडर आया है। कार्रवाई एनसीटीई के स्तर से की जाएगी। विवि की ओर से सिर्फ कॉलेजों की सूची और सत्यापित शिक्षकों की संख्या भेजी जाती है। एनसीटीई से निर्देश मिलने पर कमेटी का गठन कर जांच कराई जाएगी। उसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी।