AES Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भर्ती बच्ची समेत दो में एईएस की पुष्टि
AES Muzaffarpur News शिशु रोग विभागाध्यक्ष सह उपाधीक्षक डॉ.गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि सीतामढ़ी नागपुर के तीन वर्षीय यश कुमार व मोरसंड की रचना कुमारी में एईएस की पुष्टि हुई है। दोनों बच्चे मंगलवार को केजरीवाल अस्पताल से रेफर होकर आए हैैं।
मुजफ्फरपुर, जासं। एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में चमकी बुखार के लक्षण से पीडि़त चार में दो बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई है। शिशु रोग विभागाध्यक्ष सह उपाधीक्षक डॉ.गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि सीतामढ़ी नागपुर के तीन वर्षीय यश कुमार व मोरसंड की रचना कुमारी में एईएस की पुष्टि हुई है। दोनों बच्चे मंगलवार को केजरीवाल अस्पताल से रेफर होकर आए हैैं । इनका शुगर कम था । वहीं, वैशाली की सोनाक्षी की हालत में सुधार हुआ है। सब ठीक रहा तो दो दिनों में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी । मालूम हो कि इस वर्ष एसकेएमसीएच में एईएस पीडि़त दो बच्चों की मौत हो चुकी है । वहीं, छह बच्चे क्योर होकर घर चले गए हैैं ।
दवा नहीं मिलने पर सिविल सर्जन कार्यालय पर हंगामा
मुजफ्फरपुर: रेमडेसिविर इंजेक्शन का इंतजार बीते 15 दिनों से था । बुधवार शाम छह बजे 200 रेमडेसिविर इंजेक्शन सदर अस्पताल परिसर स्थित जिला सेंट्रल गोदाम में पहुंचा। इसके बाद रात 10 बजे तक चार घंटे इसका वितरण किया गया। गुरुवार को भी एक घंटे तक मरीजों को दिया गया। पांच घंटे में दो सौ इंजेक्शन को बांट दिया गया। उसके बाद सदर अस्पताल पहुंचे लोगों ने दवा के लिए हंगामा किया। इसके बाद स्वास्थ्य कर्मी ने गेट बंद कर दिया। हंगामा करते लोगों को समझाकर शांत कराया गया। दवा लेने पहुंचे माड़ीपुर के अमर कुमार ने कहा कि दवा के वितरण में भेदभाव किया गया। अपनी मनमर्जी से बांटा गया।
सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने कहा कि विभाग की गाइडलाइन के अनुसार इंजेक्शन का वितरण किया गया है। सभी इंजेक्शन निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बांट दिया गया। 40 लोगों को डॉक्टर के प्रीस्क्रिप्शन के आधार पर डोज दिया गया है। इधर, नियमित दवा आने लगी है इसलिए मरीजों को कोई परेशानी न हो, सदर अस्पताल से वितरण कराया जा रहा है।