AES Muzaffarpur News: स्कूली बच्चों को प्रार्थना संग पढ़ाया जाएगा जागरूकता का पाठ
AES Muzaffarpur News निगरानी के लिए बना वाट्सएप ग्रुप चिकित्सक व एएनएम लाइव लोकेशन करेंगी शेयर। प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में पढऩे वाले बच्चों को प्रत्येक दिन प्रार्थना के बाद एईएस के लक्षण व बचाव को लेकर जागरूक किया जाएगा।
मुूजफ्फरपुर, जासं। गर्मी में बच्चों के लिए जानलेवा बनी एक्यूट इंसेफलाइटिस ङ्क्षसड्रोम यानी एईएस से जंग के लिए पांच मार्च से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसी कड़ी में हर घर जागरूकता पर्चा का वितरण होगा। वहीं, प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में पढऩे वाले बच्चों को प्रत्येक दिन प्रार्थना के बाद एईएस के लक्षण व बचाव को लेकर जागरूक किया जाएगा। एक प्रपत्र दिया जाएगा। इस पर बच्चे अभिभावक से हस्ताक्षर कराकर स्कूल लाएंगे। बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को भी इस बीमारी के बारे में जागरूक किया जाएगा।
प्रभारी सिविल सर्जन ने की समीक्षा
प्रभारी सिविल सर्जन डॉ.हरेंद्र आलोक ने मंगलवार को तैयारी की समीक्षा की। जिला शिक्षा अधिकारी को शपथ पत्र की प्रतिलिपि भेजकर अभियान शुरू कराने को कहा है। साथ ही सभी सीएचसी प्रभारियों को एईएस से बचाव के लिए जागरूकता अभियान के साथ प्रोटोकॉल के हिसाब से सभी प्रकार की दवाओं की खरीद, वार्ड को तैयार करना, आवश्यक उपकरण, एसी की व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा है। एईएस वार्ड में 24 घंटे तैनात रहने वाले चिकित्सक व एएनएम का ड्यूटी रोस्टर जारी कर उसकी सूचना मुख्यालय को भेजनी है।
लाइव लोकेशन पर रहेगी नजर
निगरानी को लेकर एक वाट््सएप ग्रूप बना है। इसपर सदर अस्पताल, पीकू वार्ड व सभी पीएचसी के एईएस वार्ड में तैनात चिकित्सक, एएनएम रात 10 और भोर में तीन बजे का लाइव लोकेशन शेयर करेंगी। रात 11 और भोर में तीन बजे ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक के मोबाइल पर कंट्रोल रूम से कॉल आएगी। इसमें वहां की वर्तमान स्थिति की जानकारी देनी होगी। इधर बचाव व जागरूकता के लिए सरकारी भवन व भीड़भाड़ वाले इलाकों में दीवार लेखन कराया जाएगा।
आशा करेंगी पर्चा का वितरण
जागरूकता के लिए 15 से 25 मार्च तक आशा घर-घर जाकर जागरूकता पर्चा का वितरण करेंगी। इसके लिए सात लाख 80 हजार पर्चे आए हैं। इसका उठाव मास मीडिया कार्यालय से सभी प्रभारी करेंगे। इसे अपने स्तर से वितरण कराएंगे।
यहां वितरित होंगे इतने पर्चे
प्रखंड-----पर्चा की संख्या
औराई--- 44000
बंदरा--- 20000
बोचहां--- 40000
गायघाट---- 38000
कांटी----- 48000
कटरा---- 35000
कुढऩी---60000
मड़वन--- 23000
मीनापुर--- 52000
मोतीपुर--- 60000
मुरौल---- 13000
मुशहरी----70000
पारू---- 50000
साहेबगंज--- 32000
सकरा---- 45000
सरैया---- 50000
एसकेएमसीएच---20000
सदर अस्पताल ---10000
केजरीवाल अस्पताल --- 10000
शिक्षा विभाग कार्यालय--- 5000
आइसीडीएस कार्यालय--- 5000
जीविका----- 50000
बीमारी के लक्षण
सिरदर्द, तेज बुखार, अद्र्धचेतना, पहचानने की क्षमता न होना, बेहोशी, शरीर में चमकी होना अथवा हाथ-पैर में कंपन होना और पूरे शरीर में या किसी खास अंग में लकवा मार जाना, मुंह से झाग निकालना।
इन बातों को रखें ख्याल
बच्चों को रात में सोने से पहले भरपेट खाना जरूर खिलाएं। यदि संभव हो तो कुछ मीठा भी खिलाएं। सुबह उठते ही बच्चों को भी जगाएं और देखे कहीं वह बेहोश या चमकी तो नहीं है। बेहोशी या चमकी दिखते ही तुरंत आशा से संपर्क कर एंबुलेंस या निजी गाड़ी से अस्पताल ले जाएं। बच्चों को तेज धूप से बचाएं, दिन में दो बार स्नान कराएं, ओआरएस अथवा नींबू-पानी-चीनी का घोल पिलाएं। बच्चा बीमार हो तो किसी ओझा-गुनी के चक्कर में नहीं पड़ें। सीधे अस्पताल लेकर जाएं।