Muzaffarpur Health News: SKMCH में इलाजरत दो बच्चों में एईएस की पुष्टि, जिले में कालाजार के 120 सक्रिय मरीज
मुजफ्फरपुर में इस साल 76 बच्चों में एईएस की हुई पुष्टि 11 की हो चुकी है मौत। वहीं जिले में हर घर खोज अभियान के तहत कालाजार रोगियों की हो रही पहचान मिले 120 सक्रिय मरीज।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एसकेएमसीएच (Shrikrishna Medical College & Hospital) में इलाज करा रहे दो बच्चों में एईएस (AES) की पुष्टि हुई है। इनमें पूर्वी चंपारण के झिटकहियां के पवन सहनी का आठ वर्षीय पुत्र धीरज कुमार व कोटवा के राजकिशोर यादव की ढाई वर्षीया पुत्री गुंजा कुमारी हैं। विशेष वार्ड में दोनों का इलाज चल रहा है। शिशु विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर सहनी ने बताया है कि पैथोलॉजिकल जांच रिपोर्ट के आधार पर दो बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई है।
दोनों बच्चे पूर्वी चंपारण से रेफर होकर एसकेएमसीएच पहुंचे थे। उनका इलाज चल रहा है। हालत गंभीर बनी है। एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ.सुनील कुमार शाही ने बताया कि इस साल अब तक एईएस पीडि़त बच्चों की संख्या 76 हो गई है। इनमें इलाज के दौरान 11 बच्चों की मौत हो गई थी। 56 बच्चों में ज्ञात और 20 में अज्ञात एईएस की पुष्टि हुई है।
मुजफ्फरपुर में कालाजार के 120 सक्रिय मरीज
जिले में कालाजार खोज अभियान के तहत 120 मरीजों की पहचान हुई है। जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि कालाजार की रोकथाम के लिए जिले में 60 दिनों तक छिड़काव अभियान शुरू है। इसके तहत 521 गांवों में 110 टीमों को लगाया गया है। वहीं वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि जिले में जनवरी से लेकर अबतक कालाजार मरीजों की संख्या 120 है।
वीएल मरीजों की संख्या नौ है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक 1000 की आबादी पर एक मरीज होने के बाद कालाजार पर नियंत्रण माना जाता है। इसके हाई रिस्क जोन में पारू प्रखंड है। वहां पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आम लोगों से अपील की कि वह छिड़काव कर्मी का सहयोग करें। अपने घर में कालाजार से बचाव के लिए छिड़काव कराएं।