Migrant Worker : प्रवासियों को गंतव्य तक भेजने के लिए बस भी उपलब्ध नहीं करवा पा रहा प्रशासन
Migrant Worker दिल्ली से आए 50 से अधिक प्रवासी एमआइटी में बस नहीं मिलने पर सीतामढ़ी जाने के लिए पैदल पहुंचे सरैयागंज टावर।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। दिल्ली से आए 50 से अधिक प्रवासी रविवार को सरैयागंज टावर के समीप पहुंचे। प्रवासियों को सड़क किनारे बैठे देख स्थानीय लोगों ने रोका और इसकी सूचना डीएम को दी। उन्हें लगा कि प्रवासियों के इस तरह से बैठने से संक्रमण फैल सकता है। लोगों की सूचना पर डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने एसडीओ पूर्वी व नगर थाने की पुलिस को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया।
मीडियाकर्मी से भी जमादार ने बदतमीजी की
नगर थाने के जमादार जिन्ना खान वहां पहुंचे। वे प्रवासियों को रोकने के बजाय वहां से भगाने लगे। इसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया। इस दौरान एक मीडियाकर्मी से भी जमादार ने बदतमीजी की और उनका मोबाइल पटक दिया। जिससे मोबाइल क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस की इस कार्यशैली से लोग आक्रोशित हो गए। इसे देख नगर थाने के जमादार वहां से निकल गए। इसके बाद एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार वहां पहुंचे। उन्होंने प्रवासियों व स्थानीय लोगों को समझाकर शांत कराया। बस मंगवा कर सभी प्रवासियों को सीतामढ़ी भेजा।
दिल्ली से पैदल चले
प्रवासियों ने बताया कि वे लोग दिल्ली से पैदल चले थे। यूपी बॉर्डर पर पहुंचने के बाद उन्हें बस से गोपालगंज भेजा गया। गोपालगंज से बस से मुजफ्फरपुर आए। लेकिन यहां आने के बाद उन्हें सीतामढ़ी जाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। इसके बाद पैदल ही सीतामढ़ी के लिए निकल गए। इसी क्रम में सरैयागंज टावर के समीप सभी सड़क किनारे बैठ थे।
इधर, जमादार जिन्ना खान ने कहा कि उन्होंने किसी के साथ बदतमीजी नहीं की है। न ही किसी का मोबाइल क्षतिग्रस्त किया है। सभी प्रवासियों को समझाकर रुकने के लिए बोल रहे थे। लेकिन वे लोग मानने को तैयार नहीं थे। एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार ने कहा कि कुछ प्रवासी सरैयागंज टावर के समीप जमे थे। उन्हें बस से सीतामढ़ी भेजा गया है। उनकी वहीं पर जांच कर क्वारंटाइन पर रहने की व्यवस्था की जाएगी।