समस्तीपुर में फर्जी प्रमाणपत्र पर बहाल आधा दर्जन आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका होंगी बाहर
Bihar Crime सीडीपीओ ने बताया कि जांच में पांच सेविका तथा एक सहायिका के प्रमाणपत्र में गड़बड़ी मिली है। इसी के आधार पर उन लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि चयनमुक्त की कार्रवाई जिन सेविका एवं सहायिका पर की जा रही है।
समस्तीपुर, जासं। प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में तीन वर्ष पूर्व आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका के पदों पर हुई बहाली में 6 अभ्यथियों द्वारा फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र के सहारे चयनित होने की पुष्टि हुई है। इस संबंध में सीडीपीओ रीता सिन्हा ने बताया कि फर्जी प्रमाण पत्र पर चयनित सभी सेविकाओं तथा सहायिकाओं को जल्द ही चयन मुक्त करने से संबंधित पत्र जारी कर दी जाएगा।
सीडीपीओ ने बताया कि जांच में पांच सेविका तथा एक सहायिका के प्रमाणपत्र में गड़बड़ी मिली है। इसी के आधार पर उन लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि चयनमुक्त की कार्रवाई जिन सेविका एवं सहायिका पर की जा रही है उसमें अंगारघाट के आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 336 के सेविका उषा कुमारी, चैता उत्तरी आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 316 की सेविका शर्मिला कुमारी , बिरनामा तुला आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 340 की सेविका संजू कुमारी , चांदचौर मध्य आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 257 की सेविका चंदा कुमारी , चांदचौर पूर्वी आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 273 के सेविका रेखा कुमारी तथा हरपुर रेवाड़ी आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 370 की सहायिका सविता कुमारी का नाम शामिल है। बताया गया है कि वर्ष 2018 में समेकित बाल विकास परियोजना द्वारा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के आंगनवाड़ी केन्द्रों के लिए सेविका तथा सहायिका के पद पर विभागीय निर्देशानुसार चयन प्रक्रिया पुरा की गई थी । बहाली के बाद चयनित सभी सेविकाओं और सहायिका द्वारा सत्यापित कर विभाग को दी गई मैट्रिक या अन्य प्रमाण पत्र की जांच संबंधित विभाग से कराई गई। जिसमें यह फर्जीवाड़ा सामने आया है । बताया गया है कि कुछ और चयनित सेविका सहायिका के शैक्षणिक प्रमाणपत्र की जांच चल रही है। जल्द ही उसकी भी जांच रिपोर्ट आ जाएगी ।
- बहाली के समय दी गई शैक्षणिक प्रमाण-पत्र जांच में पाया गया फर्जी ।
- अंगारघाट, बिरनामा, चैता, रेवाड़ी सहित 6 पंचायतों से जड़ा है मामला ।