निर्धारित मूल्य से ज्यादा राशि लेने वाले उवर्रक विक्रेताओं पर होगी कार्रवाई, जानिए डीएम ने और क्या-क्या निर्देश दिए
जिलास्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में डीएम ने कहा कि शत-प्रतिशत उर्वरक की बिक्री पीओएस मशीन से करें वरना लाइसेंस होगा रद।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में शत-प्रतिशत उर्वरक की बिक्री पीओएस मशीन से की जाए। अगर कोई विक्रेता द्वारा उर्वरकों की बिक्री पीओएस मशीन से नहीं की जाती है तो जांचोपरांत उनका लाइसेंस रद करने की कार्रवाई करें। उक्त बातें बुधवार को जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने कही। उन्होंने कहा कि निर्धारित मूल्य से ज्यादा राशि वसूलने वाले उर्वरक दुकानदारों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
स्टॉक व भंडार की जांच
डीएम ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि थोक एवं खुदरा उर्वरक विक्रेताओं का स्टॉक की जांच करें। स्टॉक एवं भंडार में भिन्नता मिलने पर तत्क्षण कार्रवाई करें। कालाबाजारी रोकने के लिए उर्वरक केंद्रों पर नियमित छापेमारी की जाए। साथ ही हर माह इसकी कार्रवाई डीएम कार्यालय को भेजे।
कार्यवाही से हुए अवगत
बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी सह सचिव निगरानी समिति केके वर्मा द्वारा पूर्व की बैठक की कार्यवाही एवं उसका अनुपालन प्रतिवेदन की विस्तृत जानकारी दी गई। रबी मौसम में उर्वरक की आवश्यकता एवं उपलब्धता की जानकारी भी दी गई। बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष इंद्रा देवी देवी, विधायक के प्रतिनिधि गण, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला जनसपर्क पदाधिकारी, कृषि विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।