Coronavirus: उत्तर बिहार में विभिन्न प्रदेशों से पहुंचे 999 लोग, सबसे अधिक मधुबनी में पहुंचे
कुछ को घर तो कुछ को प्रशासन के सेंटर में क्वारंटाइन किया गया। सबसे अधिक 500 मधुबनी में पहुंचे 54 के नमूने जांच को लिए गए। पश्चिम चंपारण के एक क्वारंटाइन सेंटर से 12 प्रवासी फरार।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के बाद विभिन्न प्रदेशों से उत्तर बिहार में आनेवालों का सिलसिला जारी है। गुरुवार को कुल 999 लोग पहुंचे। इनमें सबसे अधिक 500 मधुबनी के हैं। कुछ को घर तो कुछ को प्रशासन की ओर से बनाए गए सेंटर में क्वारंटाइन किया गया। जांच के लिए 54 लोगों के नमूने लिए गए। दूसरी ओर, पश्चिम चंपारण के एक क्वारंटाइन सेंटर से 12 प्रवासी फरार हो गए हैं। बगहा में बाहर से 50 लोग आए। दो के सैंपल जांच को लिए गए। पश्चिम चंपारण के बेतिया में 122 लोग बाहर से आए, जिन्हें क्वारंटाइन किया गया। शक के आधार पर आठ के सैंपल लिए गए। यहां की मैनाटांड़ पंचायत के क्वारंटाइन सेंटर से बुधवार रात 12 प्रवासी फरार हो गए। उनकी तलाश की जा रही है।
सीतामढ़ी में बाहर से 60 लोग आए। 27 के सैंपल लिए गए। मधुबनी में 500 लोग बाहर से आए, जिन्हें घर में क्वारंटाइन किया गया। आठ के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। मोतिहारी में 55 और दरभंगा में 12 लोग आए। मुजफ्फरपुर में 200 लोग पहुंचे। जांच के लिए नौ के नमूने लिए गए।
बगहा के क्वारंटाइन सेंटर में भोजन की व्यवस्था नहीं
दूसरी ओर, पश्चिम चंपारण के बगहा में भोजन की व्यवस्था किसी भी क्वारंटाइन सेंटर में नहीं है। कहीं-कहीं समाजसेवी भोजन करा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार अबतक इस मद में कोई राशि नहीं मिली है। यहीं के कोल्हुआ चौतरवा, मदनपुर, पचरूखा समेत कई राहत शिविरों में चिकित्सक जांच के लिए नहीं पहुंच रहे। बेतिया में भी पंचायत स्तर पर बने क्वारंटाइन सेंटर में प्रतिदिन चिकित्सक नहीं आते हैं।
प्रवासी बिहारी काफी परेशानियों का सामना करते हुए पहुंचे। कई-कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा। बगहा में झिन्नू कुमार व रोहित राम गुजरात से लौटे। दोनों करीब 200 किलोमीटर पैदल चलने के साथ कई निजी वाहनों का सहारा लेकर यहां पहुंचे। अन्य जिलों में भी लोग विभिन्न वाहनों का सहारा लेकर पहुंचे।