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दरभंगा में 5481 हेक्टेयर भूमि पर हुआ 71845 क्विंटल दलहन का उत्पादन

Darbhanga News एमएसपी पर दाल खरीदने के लिए एसएफसी ने दो जगहों पर संग्रहण केंद्र का हुआ शुभारंभ दलहन बेचने के लिए किसानों का ई-समृद्धि पोर्टल पर निबंधित होना जरूरी जन-जागरूकता के अभाव में संभवत प्रथम दिन ई-संवर्धन पोर्टल पर जिला से किसानों का निबंधन भी नहीं हुआ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 03:11 PM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 03:11 PM (IST)
दरभंगा में 5481 हेक्टेयर भूमि पर हुआ 71845 क्विंटल दलहन का उत्पादन
दरभंगा मेें दलहन का बेहतर उत्‍पादन। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दरभंगा, [ विनय कुमार ] । जिला में 5481 हेक्टेयर भूमि पर 71845 क्विंटल दलहन का उत्पादन हुआ है। पहली बार एमएसपी पर दाल (चना एवं मसूर) खरीदने के लिए एसएफसी ने दो जगहों पर गुरुवार को संग्रहण केंद्र का शुभारंभ किया। प्रथम दिन कहीं से भी दाल की खरीद नही हुई। जन-जागरूकता के अभाव में संभवत प्रथम दिन ई-संवर्धन पोर्टल पर जिला से किसानों का निबंधन भी नहीं हुआ। यह संग्रहण केंद्र 15 मई तक एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर निबंधित किसानों से दलहन की खरीद करेगा। एसएफसी ( राज्य खाद्य निगम ) का संग्रहण केंद्र शिवधारा बाजार समिति एवं बहेड़ी बिठौली व्यापार केंद्र पर खोला गया है। इन केंद्रों पर नवीन कुमार एवं कौशल कुमार प्रभारी प्रबंधक दलहन अधिप्राप्ति को लेकर प्रतिनियुक्ति की गई है।

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निबंधन के लिए जरूरी हैं ये दस्तावेज

दलहन बेचने के लिए किसानों को ई-समृद्धि पोर्टल के माध्यम से निबंधित होना होगा। किसान चाहे तो स्वयं मोबाइल एप अथवा वसुधा केंद्र या संग्रहण केंद्र पर जाकर ऑनलाइन निबंधित हो सकते है। निबंधित होने के लिए किसानों का अद्यतन जमाबंदी रसीद, आधार कार्ड, बैंक पासबुक होना अनिवार्य है। अगर किसान के नाम जमीन का लगान रसीद नहीं तो ऐसी स्थिति में सरपंच से अनुशंसित वंशावली प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना होगा। इसके अलावा किसानों को स्वयं का घोषणा पत्र देना होगा कि कितनी जमीन पर चना अथवा मसूर की खेती की गई थी।

दलहन खरीद का पैमाना तय

एसएफसी ने किसानों से दलहन खरीद को लेकर पैमाना तय कर दिया है। इसके तहत रैयती किसान से अधिकतम 25 ङ्क्षक्वटल दलहन (मसूर अथवा चना दाल) एवं गैर रैयत किसानों से अधिकतम 15 क्विंटल दलहन की खरीद 51 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी। एसएफसी प्रबंधक अभिनव भास्कर ने दलहन अधिप्राप्ति को लेकर बताया कि जिला का लक्ष्य निर्धारित नहीं है। लेकिन, किसानों से अधिप्राप्ति को लेकर लक्ष्य निर्धारित है। निदेशालय से अधिप्राप्ति को लेकर फिलहाल राशि प्राप्त नहीं हुई है। किसानों का निबंधन प्राप्त होते ही दलहन अधिप्राप्ति को लेकर राशि उपलब्ध हो जाएगी।

किसानों की सहूलियत देते हुए बताया कि किसान अगर चाहे तो कई राउंड में दलहन बेच सकते है। यानि एक बार में ही 25 अथवा 15 क्विंटल दलहन इक_ा कर बेचने की जरूरत नही है। बारी-बारी से बेच सकते है। दलहन अधिप्राप्ति होते ही अधिकतम दो या तीन दिनों के भीतर किसानों का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से कर दिया जाएगा। बता दें कि जिला में 148 हेक्टेयर भूमि पर चना आच्छादित किया गया था। प्रति हेक्टर 17 क्विंटल चना का उत्पादन हुआ। वही 5333 हेक्टेयर भूमि पर मसूर अच्छादित किया गया था। प्रति हेक्टर 13 से 15 क्विंटल मसूर उत्पादन की जानकारी कृषि विभाग ने दी है।


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