स्पेशल ट्रेनों से रेवाड़ी व लुधियाना से आए 2414 प्रवासी व विद्यार्थी
मुजफ्फरपुर राजस्थान के रेवाड़ी और पंजाब के लुधियाना से दो विशेष ट्रेनों से 2414 प्रवासी व विद्यार्थी रविवार को जंक्शन पर पहुंचे।
मुजफ्फरपुर : राजस्थान के रेवाड़ी और पंजाब के लुधियाना से दो विशेष ट्रेनों से 2414 प्रवासी व विद्यार्थी रविवार को मुजफ्फरपुर जंक्शन पर पहुंचे। सुबह 8:07 बजे रेवाड़ी से आई ट्रेन में 1241 और सुबह 11.30 बजे पंजाब के लुधियाना से आई विशेष ट्रेन में 1173 लोग आए। इस दौरान जंक्शन पर थोड़ी देर से जांच शुरू हुई। इस दौरान कोच में ही प्रवासीं व विद्यार्थी बैठे रहे। रेल थानाध्यक्ष नंद किशोर सिंह ने सभी बोगियों में सिपाहियों व आरपीएफ जवानों की तैनाती की। जांच शुरू होने पर सिपाहियों ने बोगी से एक-एक यात्री को उतारकर शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए कतार में खड़ा किया। इसके बाद उनका रजिस्ट्रेशन व जांच हुई। दोनों ट्रेनों से 35 से अधिक जगहों के लोग आए थे। इस दौरान रेल एसपी अशोक कुमार सिंह और डीएसपी स्मिता सुमन भी जायजा लेती रहीं।
इन जिलों के आए प्रवासी
पंजाब के लुधियाना से आने वाली ट्रेन में समस्तीपुर के पांच, दरभंगा के आठ, मधुबनी के तीन, अररिया के नौ, मुजफ्फरपुर के 981, वैशाली के आठ, मोतिहारी के 46, बेतिया के 28, सीतामढ़ी के 60, शिवहर के 22, पटना के तीन, झारखंड का एक प्रवासी था। इसी क्रम में रेवाड़ी से आई ट्रेन में समस्तीपुर के 10, दरभंगा के नौ, कटिहार के सात, मधुबनी के 83, सुपौल का एक, सहरसा का एक, अररिया के सात, मुजफ्फरपुर के 125, वैशाली के तीन, छपरा के 222, सिवान के 140, गोपालगंज के 114, मोतिहारी के 125, बेतिया के 137, सीतामढ़ी के 105, शिवहर के 40, बांका का एक, बेगूसराय का एक, औरंगबाद के पांच, रोहतास के दो, भभूआ का एक, बक्सर के तीन, आरा के छह, पटना के पांच, नालंदा का एक, उत्तर प्रदेश का एक प्रवासी व छात्र-छात्राएं आई थीं।
जांच के बाद हाथ में लगाई मोहर
प्रवासियों व विद्यार्थियों की स्वास्थ्य जांच के बाद उनके हाथ पर मोहर लगाई गई। इसके बाद उन्हें जंक्शन के बाहर निकाला गया। इस दौरान सिपाहियों ने भी उनकी मदद की। सभी को सैनिटाइज कराया गया। जांच में तीन घंटे से अधिक समय लगा।
बसों से भेजा गंतव्य
स्पेशल ट्रेनों से आए प्रवासियों और विद्यार्थियों को जंक्शन से बाहर निकलने के बाद उनके गंतव्य स्थलों तक बसों से भेजा गया। इस दौरान नोडल पदाधिकारी आपदा प्रबंधन के अपर समाहर्ता व जिला परिवहन अधिकारी देखरेख करते रहे।