तमिलनाडु व हरियाणा से आए 2314 प्रवासी व विद्यार्थी
हरियाण के अंबाला कैंट व तमिलनाडु के त्रिपुर से दो स्पेशल ट्रेनें मंगलवार को 2314 प्रवासी व विद्यार्थी को लेकर मुजफ्फरपुर जंक्शन पर पहुंचीं।
मुजफ्फरपुर : हरियाण के अंबाला कैंट व तमिलनाडु के त्रिपुर से दो स्पेशल ट्रेनें मंगलवार को 2314 प्रवासी व विद्यार्थी को लेकर मुजफ्फरपुर जंक्शन पर पहुंचीं। दोपहर में 1.19 बजे अंबाला से आई ट्रेन में 1167 और शाम 5 बजे तमिलनाडु के त्रिपुर से आई विशेष ट्रेन में 1147 लोग आए। रेल सिपाहियों ने जंक्शन पर शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए गोल घेरे में प्रवासियों को खड़ा करके कतार लगवाई। यहां उनका रजिस्ट्रेशन व जांच हुई। दोनों ट्रेनों से 35 से अधिक जगहों के लोग आए। रेल थानाध्यक्ष नंद किशोर सिंह व सिपाहियों ने जंक्शन के बाहर प्रवासियों को भोजन का पैकेट दिया। इस दौरान प्रवासियों ने कहा कि कई दिनों के बाद भोजन नसीब हुआ है। वहीं कतार में बैठकर भोजन किया। रेल एसपी अशोक कुमार सिंह व डीएसपी स्मिता सुमन भी जंक्शन पर मुस्तैद रहीं।
इन जिलों के पहुंचे प्रवासी
हरियाण के अंबाला से समस्तीपुर के नौ, दरभंगा के 62, पूर्णिया के सात, कटिहार के छह, मधुबनी के 29, सुपौल का एक, सहरसा का एक, अररिया के 11, मुजफ्फरपुर के 98, वैशाली के 11, छपरा के 16, सिवान के दो, गोपालगंज के 42, मोतिहारी के 112, बेतिया के 539, सीतामढ़ी के 68, शिवहर के 19, भगलपुर का एक, बेगूसराय के तीन, खगड़िया के पांच, नवादा का एक, गया के 10, जहानाबाद का एक, औरंगाबाद के चार, रोहतास के 11, भभुआ के छह, बक्सर के 55, आरा का एक, पटना के सात, नालंदा के 17, झारखंड के दो और तमिलनाडु के त्रिपुर से समस्तीपुर के 18, दरभंगा के 310, पूर्णिया का एक, कटिहार के तीन, मधुबनी के 37, सुपौल के नौ, सहरसा के सात, अररिया के छह, किशनगंज के 10, मुजफ्फरपुर के 34, वैशाली के 419, छपरा के आठ, गोपालगंज के दो, मोतिहारी के तीन, सीतामढ़ी के 29, शिवहर का एक, बांका के 150, बेगूसराय का एक, खगड़िया के 19, लक्खीसराय के दो, शेखपुरा के तीन, जमुई के तीन, नवादा के 25, अरवल के तीन, गया का एक, औरंगाबाद के छह, रोहतास के छह, भभुआ का एक, बक्सर के दो, आरा के आठ, पटना के 12, नालंदा के नौ प्रवासी व विद्यार्थी हैं।
प्रवासियों के हाथ पर लगाई मोहर
प्रवासियों की स्वास्थ्य जांच के बाद उनके हाथ पर मुहर लगाई गई। इसके बाद उन्हें जंक्शन के बाहर निकाला गया। इस दौरान रेल सिपाहियों ने उनकी मदद की। सभी को सैनिटाइज किया गया। जांच में तीन घंटे से अधिक समय लगे।
बसों से भेजा गया गंतव्य स्थानों पर
स्पेशल ट्रेनों से आए प्रवासियों और विद्यार्थियों को जंक्शन से बाहर निकलने के बाद उनके गंतव्य स्थलों तक बसों से भेजा गया। इस दौरान नोडल पदाधिकारी आपदा प्रबंधन के अपर समाहर्ता व जिला परिवहन अधिकारी देखरेख करते रहे।